Monday, December 29, 2025

4 Family Members Died : नांदेड़ में परिवार के चार सदस्यों की रहस्यमय मौत, पोस्टमार्टम जारी

4 Family Members Died : नांदेड़ (महाराष्ट्र): महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले से एक रोंगटे खड़े कर देने वाली खबर सामने आई है। यहाँ मुदखेड़ तालुका के जवळा मुरार (जलाला) गांव में एक ही परिवार के चार सदस्यों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। इस घटना ने न केवल गांव बल्कि पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस को प्राथमिक जांच में सामूहिक आत्महत्या (Mass Suicide) का संदेह है, हालांकि मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए हर एंगल से जांच की जा रही है।

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अलग-अलग जगहों पर मिले शव

जानकारी के अनुसार, लखे परिवार के चारों सदस्यों की मौत दो अलग-अलग स्थानों पर हुई:

  1. रेलवे ट्रैक पर बेटे: परिवार के दो बेटों, उमेश रमेश लखे (25) और बजरंग रमेश लखे (22) के शव मुगत रेलवे स्टेशन के पास पटरियों पर क्षत-विक्षत हालत में मिले। पुलिस का मानना है कि दोनों ने चलती ट्रेन के आगे कूदकर जान दी है।

  2. घर में माता-पिता: वहीं, घर के अंदर पिता रमेश होनाजी लखे (51) और माता राधाबाई लखे (44) के शव फंदे से लटके हुए पाए गए।

कौन थे उमेश लखे?

मृतक बेटों में से एक, उमेश लखे, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के मुदखेड़ तालुका के पूर्व उपाध्यक्ष थे और सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहते थे। एक सक्रिय युवा नेता और उनके परिवार के इस तरह खत्म हो जाने से स्थानीय लोग और राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर है।

पुलिस जांच और संभावित कारण

घटना की सूचना मिलते ही नांदेड़ पुलिस अधीक्षक और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। पुलिस के सामने अब कई बड़े सवाल हैं:

  • आर्थिक तंगी: पुलिस जांच कर रही है कि क्या परिवार किसी बड़े कर्ज या आर्थिक तंगी से जूझ रहा था।

  • पारिवारिक विवाद: क्या घर में कोई ऐसा तनाव था जिसने उन्हें इस आत्मघाती कदम के लिए मजबूर किया?

  • हत्या या आत्महत्या: हालांकि प्राथमिक तौर पर यह आत्महत्या का मामला लग रहा है, लेकिन पुलिस ‘सुसाइड पैक्ट’ और हत्या के पहलुओं को भी पूरी तरह खारिज नहीं कर रही है।

नांदेड़ पुलिस अधीक्षक का बयान: “मामले की गंभीरता को देखते हुए बरद और मुदखेड़ पुलिस स्टेशन की टीमें संयुक्त जांच कर रही हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों और समय का पता चल पाएगा।”

ग्रामीणों में मातम का माहौल

लखे परिवार को गांव में बेहद मेहनती और मिलनसार माना जाता था। गांव वालों के अनुसार, परिवार खेती-किसानी कर अपना जीवन यापन कर रहा था। एक ही झटके में पूरा परिवार खत्म हो जाने से जवळा मुरार गांव में मातम पसरा हुआ है।

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