Chanakya Niti: समाज में ऐसे कम ही विद्वान हैं जिनकी बातें हमेशा सभ्य समाज बनाने की कोशिश में लगी रहती हैं। आचार्य चाणक्य उन्हीं चुनिंदा विद्वानों में से एक हैं। आचार्य चाणक्य ने अपने जीवनकाल में कई ऐसी शिक्षाएं दीं जो आज भी प्रासंगिक हैं। उनकी शिक्षाओं को समझकर हम अपने जीवन में कई बेहतर बदलाव ला सकते हैं। ऐसे में आज हम आपको बताने वाले हैं चाणक्य नीति के अनुसार किन जगहों पर रहने से व्यक्ति को बचना चाहिए।
नीति शास्त्र में चाणक्य ने ऐसा 5 जगहों पर न जानें की सलाह दी है, साथ ही कहा कि अगर आप गए भी हैं वहां अधिक समय न बिताएं वरना आपको वहां अपमान के सिवाय कुछ नहीं मिलेगा।
सम्मान की कमी
नीति शास्त्र में कहा गया कि ऐसी जगह आप जानें की सोच रहे हैं और उस जगह आपको सम्मान न ही मिलना है, तो ऐसी जगह से आपको दूर ही रहना चाहिए।
रोजगार न हो
आगे चाणक्य ने बताया कि जिस जगह काम के लिए रोजगार न हो चाहे वह जगह कितनी भी सुंदर क्यों ना हो, उसे छोड़ देना चाहिए।
जहां कोई अपना ना हो
आचार्य ने लिखा कि जिस जगह आपका कोई रिश्तेदार या कोई दोस्त भी न हो उस जगह को भी फौरन त्याग देना चाहिए क्योंकि संकट के वक्त आप वहां अकेले होंगे।
जहां शिक्षा ना हो
चाणक्य ने बताया है कि जिस जगह शिक्षा के साधनों की कमी हो या फिर जहां पढ़ाई-लिखाई को कम महत्व मिलता है, उस जगह को भी तुरंत छोड़ देना चाहिए क्योंकि ऐसी जगह आप मूर्ख बन कर रह जाएंगे।
जहां कोई गुण ना हो
इनके अलावा, जिस जगह आपके सीखने के लिए कोई गुण ना हो, लोगों में गुणों की कमी हो, उस जगह को भी छोड़ देना चाहिए।