छत्तीसगढ़ के संविदा कर्मचारी आज से आमरण अनशन पर हैं। नवा रायपुर के तूता स्थित धरना स्थल पर पिछले 2 सप्ताह से संविदा कर्मचारियों का आंदोलन जारी है। मांग एक ही है- नियमितीकरण।
इससे पहले मंगलवार शाम इन कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का आयोजन किया। इस बीच कर्मचारी नवा रायपुर की सड़क पर उतर आए। विधानसभा जाने के लिए आगे बढ़ने लगे मगर पुलिस ने बैरिकेडिंग कर इन्हें रोक दिया था। इससे गुस्साए संविदा कर्मचारी पुलिस से भी भिड़ गए।
काफी देर तक हुए हंगामे के बाद संविदा कर्मी वापस अपने धरना स्थल पर लौटे, मगर उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को चेताया कि आने वाले दिनों में उनका आंदोलन उग्र होगा। अब आमरण अनशन की घोषणा कर्मचारी कर चुके हैं।
काफी देर तक हुए हंगामे के बाद संविदा कर्मी वापस अपने धरना स्थल पर लौटे, मगर उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को चेताया कि आने वाले दिनों में उनका आंदोलन उग्र होगा। अब आमरण अनशन की घोषणा कर्मचारी कर चुके हैं।
संविदा कर्मचारी महासंघ के प्रांताध्यक्ष कौशलेश तिवारी ने कहा कि सरकार की संवाद हीनता के चलते हम अब आमरण अनशन करने मजबूर हैं। इस आमरण अनशन में अन्न जल ग्रहण नहीं किया जाएगा। मीडिया प्रभारी एवं प्रवक्ता सूरज सिंह ठाकुर ने कहा कि स्वस्थ लोकतंत्र में संवाद स्थापित होना चाहिए। लेकिन पौने पांच साल बाद भी सरकार अपना वादे के संबंध में बात नहीं करना चाहती है।