नई दिल्ली: इजरायल-हमास युद्ध के बीच भारत ने गुरुवार को कहा कि उसने हमेशा एक संप्रभु, स्वतंत्र और व्यवहार्य फिलिस्तीन राज्य की स्थापना के लिए सीधी बातचीत की वकालत की है. इजरायल-हमास युद्ध पर अपने पहले विस्तृत बयान में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करना एक सार्वभौमिक दायित्व है और इसी तरह आतंकवाद के खतरे से लड़ना भी वैश्विक जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि भारत अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करने के सार्वभौमिक दायित्व से अवगत है.
फिलिस्तीन मुद्दे पर भारत के रुख को दोहराते हुए उन्होंने कहा, ‘‘इस संबंध में हमारी नीति दीर्घकालिक और सुसंगत रही है. भारत सरकार ने हमेशा इजरायल के साथ सुरक्षित और मान्यता प्राप्त सीमाओं के अंदर एक संप्रभु, स्वतंत्र और व्यवहार्य फिलिस्तीन की स्थापना के लिए सीधी वार्ता की बहाली और इसके साथ-साथ इजरायल के साथ शांतिपूर्ण संबंध की वकालत की है. यह रुख यथावत है.”
उन्होंने यह भी कहा कि भारत का ध्यान उन भारतीयों को इजरायल से वापस लाने पर है जो मौजूदा स्थिति को देखते हुए वापस लौटना चाहते हैं. बता दें कि भारत सरकार के तरफ स यह बयान पहले के बयानों के बाद आई हैं, जिसमें इजरायल के लिए स्पष्ट समर्थन की पेशकश की गई थी और फिलिस्तीन का कोई उल्लेख नहीं किया गया था.