जांजगीर-चांपा, 03 सितम्बर 2025/ जिले में जनजातीय समाज के विकास और सशक्तिकरण हेतु जिला प्रशासन एवं आदिवासी विकास विभाग द्वारा आदि कर्मयोगी अभियान रेस्पॉन्सिव गवर्नेंस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन जिला पंचायत के डीपीआरसी भवन में ब्लॉक मास्टर ट्रेनर्स का तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण 03 से 05 सितम्बर 2025 तक का किया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य जनजातीय क्षेत्र में विकास एवं परिवर्तन के लिए व्यक्तियों और संस्थाओं को सशक्त बनाना है।
कलेक्टर श्री जन्मेजय महोबे ने आदि कर्मयोगी अभियान रेस्पॉन्सिव गवर्नेंस प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि सरकार की सभी योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचना हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता है। जनजातीय समाज के उत्थान के लिए शासन-प्रशासन निरंतर प्रयासरत है और इन अभियानों के माध्यम से आमजन को सशक्त बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के साथ सेवा, समर्पण, संकल्प के साथ प्रत्येक कार्य किया जाना है। कलेक्टर ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 02 अक्टूबर 2024 को धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान की शुरुआत की गई थी। यह आदिवासी समुदाय के समग्र विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। कलेक्टर ने कहा कि अभियान को सफल बनाने के लिए जरूरी है कि इसकी सतत मॉनिटरिंग की जाए। कलेक्टर ने प्रशिक्षणार्थियों से कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त करने उपरांत ग्राम पंचायत स्तर पर कर्मयोगी, सहयोगी के रूप में हमे लोगो को तैयार करना है।
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री अक्षय कुमार कवंर ने बताया कि जिले में आदि कर्मयोगी अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक संचालित किया जाएगा। इसके अंतर्गत जिले के 21 ग्रामों को शामिल किया गया है। जिनमें बलौदा विकासखंड के कुदरी, करमा, खारी, छीतापाली, केराकछार, कण्ड्रा, देवरी, सत्तीगुड़ी, नवागांव, रैनपुर, नवागढ़ विकासखंड के गाड़ापाली, करमंदी, अकलतरा विकासखंड के कटघरी, परसाही (नाला), महमदपुर, बाना, सराईपाली, बम्हनीडीह विकासखंड के पोड़ीकला, नवागांव, पूछेली एवं खपरीडीह है। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री गोकुल रावटे, मास्टर ट्रेनर्स सहित संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
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