Tuesday, July 8, 2025

कारोबारी के इकलौते बेटे की किडनैपिंग के बाद हत्या:बदमाशों ने फोन करके कहा-15 लाख लेकर जंगल आओ; एनकाउंटर में 2 किडनैपर्स को मारी गोली

प्रयागराज के शंकरगढ़ में कारोबारी के 13 साल के इकलौते बेटे की किडनैप करके हत्या कर दी गई। रविवार सुबह बच्चे का शव चित्रकूट के जंगल में मिला है। शनिवार शाम को बच्चे के अपहरण के 5 घंटे बाद पिता के मोबाइल पर बदमाशों की एक कॉल आई। इसमें कहा था कि 15 लाख रुपए लेकर रीवा के डभऊरा के जंगल में आओ…नहीं तो तुम्हारे बेटे को गोली मार देंगे। पिता ने यह सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने नंबर सर्विलांस पर लगाकर जांच शुरू की। हालांकि, पुलिस किडनैपर्स तक पहुंचे इससे पहले ही सुबह 8 बजे के करीब बच्चे की लाश जंगल में मिल गई।

बच्चे का शव मिलने के करीब 4 घंटे बाद प्रयागराज कमिश्ननर रमित शर्मा ने प्रेस कॉफ्रेंस की। उन्होंने कहा कि बच्चे की किडनैपिंग करने वाले बदमाशों से शंकरगढ़ में पुलिस की मुठभेड़ हुई। इसमें दो किडनैपर्स सुखदेव और संजय को गोली लगी है। वहीं, एनकाउंटर में एक सिपाही को भी बुलेट लगी है। कमिश्ननर ने बताया कि आरोपी बच्चे के परिवार को जानते थे। आरोपी सुखदेव का भाई लोकनाथ बच्चे के पिता का ट्रक चलाता था।

चलिए्, अब आपको पूरा मामला सिलसिलेवार तरीके से बताते हैं….

यह फोटो कारोबारी के इकलौते बेटे शुभ की है। वह 8वीं में पढ़ता था।
यह फोटो कारोबारी के इकलौते बेटे शुभ की है। वह 8वीं में पढ़ता था।

प्रयागराज जिला मुख्यालय से करीब 40 किमी. दूर शकंरगढ़ में पुष्पराज केसरवानी उर्फ विक्की परिवार के रहते हैं। उनका ट्रांसपोर्ट का कारोबार है। परिवार में पत्नी के अलावा 13 साल का बेटा शुभ 11 साल की बेटी शुभी है। परिजनों के मुताबिक, शनिवार शाम 4 बजे बेटा शुभ शंकरगढ़ में ही दुकान के आसपास खेल रहा था। यहां से अचानक वह लापता हो गया। काफी देर जब नजर नहीं आया तो परिवार ने आसपास तलाश किया। लेकिन बच्चे का कहीं कुछ पता नहीं चल सका।

5 घंटे बाद आई फिरौती की कॉल
पिता पुष्पराज ने शंकरगढ़ पुलिस को शाम को बेटे की गुमशुदगी की तहरीर दी। पुलिस से शिकायत के करीब 5 घंटे बाद यानी रात 9 बजे पिता के मोबाइल पर एक फोन आया। इसमें कहा गया कि 15 लाख लेकर जंगल में आओ, नहीं तो बेटे को गोली मार देंगे। फिरौती का फोन आने की जानकारी मिलते ही घर में कोहराम मच गया। पिता ने रिश्तेदारों को इसकी जानकारी दी। फिर शंकरगढ़ पुलिस को फिरौती के फोन के बारे में बताया।

इसके बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कर ली। मामला किडनैपिंग से जुड़ने के बाद पुलिस हरकत में आई। जिस नंबर से फिरौती की कॉल आई उसे सर्विलांस में लगाया गया। डीसीपी यमुनानगर अभिनव त्यागी ने परिजनों से डिटेल्स ली। मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस टीम को रवाना किया गया। लेकिन, कुछ ठोस हाथ नहीं आया।

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