Tuesday, July 8, 2025

कोरबा S.E.C.L.दीपका के द्वारा 1988 के उलग्घन के विरूद्ध एस.S.E.C.L.प्रभावित किसानों ने महाप्रबंधक को लिखा पत्र। अनशन की चेतावनी

कोरबा – S.E.C.L. दीपका के विरूद्ध S.E.C.L.प्रभावित किसानों ने नियम के विरूद्ध कार्य करने का बड़ा आरोप लगाया है। प्रभावित किसानों का कहना है कि S.E.C.L.दीपका क्षेत्र के द्वारा 1988 में बनाई गई। नीति का उल्लघंन और C.B.A.की धारा 9,(1) के प्रकाशन के बाद भी अर्जित भूमि का फर्जी तरीके से सपथ पत्र मांगकर खाता संयोजन कर हमे रोजगार से वांछित करने की बात कही गई। और साथ ही उनका कहना है कि भारत सरकार कोयला मंत्रालय द्वारा धारक क्षेत्र में अर्जन एवम विकास अधिनियम 1957 के धारा 9(1)के तहत।(एस. ओ. क. 1562) 19/04/1986 में अधिसूचना जारी SECL दीपका क्षेत्र में विभिन्न गांवों की भूमि अर्जित किया गया था। प्रभावित किसानों का कहना है की 1988 के परियोजना के स्तर पर रोजगार पुरनवास मुआवजा सहित दी जाने वाली सुविधाओं के लिए जन प्रतिनिधि जिला प्रशासन एवं SECL के द्वारा बैठकर नियम बनाया गया था। परन्तु SECL दीपका के द्वारा नियम कानून को ताक में रखकर SECL प्रभावित किसानों को मिलने वाली सुविधा से वांछित रखने का काम कर रही है।।।। जबकि नियमानुसार आज से 10 –12 वर्ष पहले जमीन के एवज में रोजगार के लिए नामांकन दाखिल किया गया था।SECL दीपका के द्वारा रोजगार के लिए पूर्ण पात्रता के लिए राजस्व अधिकारी कटघोरा।और जिला प्रशासन कोरबा के द्वारा सम्पूर्ण दस्तावेज सत्यापन कर पत्र सूची जारी कर दिया गया था। परंतु आज तक उस प्रक्रिया पे SECL दीपका कार्य नहीं कर रही है।SECL प्रभावित किसान प्रकाश कुमार कोर्राम 38 वर्ष। भागीरथी यादव 43 वर्ष। रामाधार यादव 44 वर्ष। सागर कुमार जायसवाल। आदि किसानों ने SECL पर बड़ा आरोप लगाया है और उनका कहना है की हमारे द्वारा खाता संयोजन किसी पालिसी नियम या नीति के तहत किया गया है।।और जानकारी मांगने पर कोई जानकारी नहीं दिया जाता हैं। और आज तक गुमराह करते आ रहे हैं जिसमे SECL का कहना है की सपथ पत्र के आधार पर खाता जोड़ा गया है। इससे स्पस्ट हैं। पर प्रभावित ग्रामीणों किसानों का कहना है की SECL प्रबंधन के पास कोई पालिसी नही थी और SECL अधिकारियों द्वारा 1990-91में सपथ पत्र मानकर अलग अलग गांवों के अलग अलग तीन व्यक्तियों के खाता को संयोजन कर एक ब्यक्ति को रोजगार दिया गया है जोकि तत्कालीन नियम 1988 में बने प्रत्येक खाते

मे रोजगार और CBA धारा 9(1 ) में उल्लघंन बताया गया है। और एक व्यक्ति एक खाता खसरा का जिक्र होने की बात सामने आ रही है। जिसमे SECL कर्मचारी अधिकारियों द्वारा सडयंत्र पूर्वक खाता संयोजन करने का आरोप लगाते हुए। उस खाते पर किसी अन्य व्यक्ति को रोजगार देने की नियम बनाई गई है और प्रभावित किसानों के द्वारा SECL दीपका द्वारा रोजगार मांगने पर गुमराह कर मनगढ़त कहानी बनाकर रोजगार से वांछित कर मानसिक आर्थिक एवं शारीरिक रूप से प्रताड़ित का भी आरोप लगा रहे है साथ ही उनका कहना है की इन सारे मामले को SECL महाप्रबंधक बिलासपुर को भी अवगत कराने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं किया जा रहा है। किसानों का कहना है की भूमि अधिग्रहण की सूचना के बाद भी जन्मे व्यक्तियों को रोजगार से वांछित कर रहे हैं। ऐसे में SECL प्रभावित किसानों SECL दीपका के खिलाफ अनावरण अनशन करने की चेतावनी देते हुए स्थानीय जनप्रतिनिधी सांसद, विधायक, जिला प्रशासन, राजस्व अधिकारी कटघोरा, पुलिस अधीक्षक कोरबा, और थाना प्रभारी दीपका एवं SECL महाप्रबंधक बिलासपुर को पत्र लिखकर अवगत कराते हुए। मालेगांव फेस। में आमरण अनशन करने की चेतावनी दी और जिसका सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन और SECL को दी है।

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