जांजगीर-चांपा 07 नवम्बर 2025/ भारत सरकार जनजातीय कार्य मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा जनजातीय बोलियों के संरक्षण, संवर्धन एवं प्रचार-प्रसार के दृष्टिगत एआई बेस्ड ट्रंासलेशन टूल का निर्माण किया गया है जिसे आदिवाणी नाम दिया गया है।
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग ने बताया कि जिसके प्रथम चरण में देश के 04 प्रमुख जनजातीय बोलियों जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य के गोडी, मध्यप्रदेश के भीली. झारखंड के मुडारी एवं ओडिसा राज्य के संथाली बोली को शामिल किया गया है। यह भारत का पहला एआई बेस्ड ट्रंासलेशन ऐप है। जिसमें जनजातीय भाषा, बोलियों में अनुवाद कार्य किया जा सकता है जो कि जनजातीय भाषाओं, बोलियों के संरक्षण एवं संवर्धन में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा एवं विलुप्त हो रही जनजातीय बोलियों को संरक्षित कर उसके प्रचार-प्रसार के लिये बहुत उपयोगी सिद्ध होगी। उन्होंने सर्व मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, सर्व प्राचार्य शासकीय, अशासकीय महावि., डाइट, आईटीआई से आदिवाणी ऐप का समस्त शैक्षणिक सस्थानों, शासकीय, अर्द्धशासकीय, अशासकीय संस्थानो जनजातीय जनप्रतिनिधियो के माध्यम से आदिवाणी ऐप लिंक https://play.google.com/store/apps/details?id=com का प्रचार-प्रसार करने कहा है।
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