रायपुर :
पूर्व गृह मंत्री ननकी राम कंवर का भ्रष्टाचार के विरुद्ध 4 अक्टूबर को धरना देने का कार्यक्रम था, 3 अक्टूबर की रात्रि से लेकर 4 अक्टूबर की संध्या 7 बजे तक रायपुर जिला और रायपुर पुलिस प्रशासन के लिए गंभीर चुनौती बन चुकी थी।
वैसे 4 अक्टूबर को प्रातः 9 से अघोषित रूप से पूर्व गृहमंत्री को हाउस अरेस्ट कर लिया गया था, यह बात आग की तरह शहर में प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पास पहुंच गई, पूरी भीड़ एम्स के पास एक भवन के पास पहुंचने लगी।
भाजपा कार्यालय में ननकी
इस घटनाक्रम का पटाक्षेप संध्या 6 बजे प्रदेश भाजपा कार्यालय में हुआ जहां ननकीराम कंवर की भाजपा अध्यक्ष किरण देव सिंह से सार्थक चर्चा हुई और आश्वासन मिला की एक सप्ताह में कलेक्टर कोरबा को हटा दिया जाएगा।
कलेक्टर करप्शन फंड = डीएमएफ
लेकिन मूल विषय यह रहा कि कोरबा जिले में डीएमएफ में अपार भ्रष्टाचार के साथ जांजगीर चांपा, रायगढ़, सूरजपुर, कांकेर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा जिले में हजारों करोड़ रूपया का घोटाला हुआ। वैसे तो जनसाधारण भ्रष्टाचार का कलेक्टर फंड भी बोलने लगी है।
कमिश्नर की जांच में क्या?
कोरबा कलेक्टर की जांच के लिये कमिश्नर बिलासपुर को 3 अक्टूबर तक जांच प्रतिवेदन देने का निर्देश शासन ने दिया था, आज 5 अक्टूबर हो गया कमिश्नर बिलासपुर में शासन को जांच रिपोर्ट दी या नहीं, उसमें क्या तथ्य सामने आए वह भी सार्वजनिक होना चाहिए।
ननकी सरकार की छवि बचाने में…
सवाल यह है कि एक ईमानदार आदिवासी जो पूर्व गृह एवं वन मंत्री रहा है सरकार को बचाने के लिए भ्रष्टाचारियों पर कार्यवाही की मांग करने वाले ननकी राम कंवर, जिसने प्रदेश के आदिवासी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की छवि और सरकार की छवि को कुछ भ्रष्ट अधिकारी और नेता जो मंत्रियों को घेर चुके हैं, अधिकारियों की दलाली कर रहे हैं उनसे मुक्ति कैसे मिले और पार्टी और सरकार की छवि कैसे अच्छी बने हैं इस प्रयास में लगे थे, आखिर ऐसा कौन सा ग्रह नक्षत्र है जो दोनों आदिवासी नेताओं को बदनाम कर रहा है।
किसने पारिवारिक सदस्य को ननकी के पास लाया
और सवाल यह है भी कि पूर्व गृहमंत्री 3 अक्टूबर की रात्रि रायपुर पहुंच चुके थे तो फिर 4 अक्टूबर को प्रातः 9 बजे कोरबा से उनके पोतेवह को किस अधिकारी ने रायपुर लाया, क्यों उसे पहले शराब पिलाया गया और बाद में उसे उस भवन तक ले जाया गया जहां उनके ननकीराम से विवाद हो सके, वह अधिकारी का चेहरा भी बेनकाब होना चाहिए जो परिवार में फूट डालने का प्रयास किया और भ्रष्टाचार पर आवाज ना उठाने के लिए ननकी राम कंवर पर दबाव डालने का असफल प्रयास किया।
वकीलों से चर्चा
आज ननकी राम कंवर कोरबा में अपने विधि विशेषज्ञों से इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि उन्हें गलत तरीके से हाउस अरेस्ट किया गया, उनके समर्थकों को अघोषित रूप से गिरफ्तार कर, सरस्वती नगर थाना, सिटी कोतवाली थाना, टिकरापारा थाना और एक स्टेडियम में रखकर उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया और उनके मोबाइल जप्त कर लिए गये। किस अपराध के तहत गिरफ्तार कर लिया, उसका कोई रिकॉर्ड है या नहीं। इस बात पर राय लेकर जल्द ही वे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, गृह सचिव, पुलिस महानिरीक्षक रायपुर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर को ज्ञापन देकर ऐसे नियम विरुद्ध कार्यवाही करने वाले अधिकारियों पर 15 दिन में कार्यवाही करने का पत्र प्रेषित करेंगे, ऐसा सूत्र बता रहे हैं और कोई कार्रवाई नहीं होने पर एक याचिका उच्च न्यायालय बिलासपुर में लगाने के बारे में भी विचार किया जा रहा है।
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