नई दिल्ली। रूस समर्थित दो बड़े मीडिया प्लेटफ़ॉर्म स्पुतनिक इंडिया और आरटी इंडिया ने हाल के महीनों में भारत में अपनी डिजिटल पहुंच और एंगेजमेंट को तेजी से बढ़ाया है। बीबीसी मॉनिटरिंग के एक विश्लेषण में सामने आया है कि 7 से 10 मई के बीच हुए भारत-पाकिस्तान सैन्य संघर्ष और 13 से 24 जून के बीच चले ईरान-इसराइल युद्ध के दौरान इन प्लेटफ़ॉर्म के एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल को खास पहचान और भारी एंगेजमेंट मिला।
ब्रैंडवॉच और न्यूज़व्हीप टूल्स से मिले डेटा के अनुसार, स्पुतनिक इंडिया ने 1 अप्रैल से 13 जून के बीच 17,346 नए फॉलोअर्स हासिल किए। 1 अप्रैल को इसके 75,214 फॉलोअर्स थे, जो 13 जून तक बढ़कर 92,560 हो गए। इसी अवधि में आरटी इंडिया के फॉलोअर्स भी 44,600 से बढ़कर 53,800 हो गए।
सबसे ज्यादा एंगेजमेंट 9 मई को दर्ज किया गया, जब भारत-पाक तनाव चरम पर था। उस दिन आरटी इंडिया को 1,16,111 इंटरैक्शन मिले, जबकि स्पुतनिक इंडिया को 70,294। 12 मई को स्पुतनिक इंडिया ने 1,12,526 इंटरैक्शन का रिकॉर्ड बनाया।
विश्लेषण से साफ है कि दुनिया में जब भी सैन्य तनाव या राजनीतिक अस्थिरता बढ़ी, तब इन रूसी प्लेटफ़ॉर्म की भारत में पहुंच और एंगेजमेंट भी बढ़ा।
दिलचस्प बात यह रही कि भारत-पाक संघर्ष पर इन दोनों मीडिया हाउस ने अधिकतर भारत का पक्ष लिया, जबकि रूस का आधिकारिक रुख़ संयम और बातचीत की अपील वाला था। वहीं, ईरान-इसराइल युद्ध के दौरान दोनों ने भारतीय ऑडियंस को ईरान समर्थक और अमेरिका-विरोधी नैरेटिव के साथ प्रभावित करने की कोशिश की।
बीबीसी मॉनिटरिंग की रिपोर्ट के मुताबिक, 13 जून से 15 जुलाई के बीच आरटी इंडिया ने 12 ईरान समर्थक और 24 अमेरिका विरोधी पोस्ट किए, जबकि स्पुतनिक इंडिया ने तीन ईरान समर्थक और आठ अमेरिका विरोधी पोस्ट साझा किए।
विश्लेषकों का मानना है कि स्पुतनिक और आरटी इंडिया ने बड़े अंतरराष्ट्रीय संघर्षों को भारतीय ऑडियंस के साथ एंगेजमेंट बढ़ाने और अपने नैरेटिव को मजबूत करने के लिए इस्तेमाल किया है।