मणिपुर के कांगपोकपी जिले में कांग्चुप चिंगखोंग गांव के पास मंगलवार को एक चेकपॉइंट पर मैतेई लोगों की भीड़ ने एक वाहन रोककर उसमें सवार चार कुकी लोगों को अगवा कर लिया। इनमें से तीन लोग एक सैनिक के परिवार के हैं। इनमें सैनिक की मां भी शामिल है।
जैसे ही लोगों के अगवा होने की खबर फैली, कुछ कुकी लोग हाथों में हथियार लिए घटनास्थल पर पहुंचे और कांग्चुप की तरफ फायरिंग शुरू कर दी। इस फायरिंग में दो पुलिसकर्मियों और एक महिला समेत नौ लोग घायल हो गए। घायलों को इंफाल के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सूत्रों के मुताबिक, वाहन में एक 65 साल के बुजुर्ग भी सवार थे, जिन्हें मौके पर मौजूद सुरक्षाबलों ने अगवा होने से बचा लिया। उनकी पहचान मंगलून हाओकिप के नाम से हुई है। उन्हें कई गंभीर चोटें आईं थीं, जिसके चलते उन्हें नगालैंड के दीमापुर में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बाकी चार लोगों की पहचान नेंगकिम (60), नीलम (55), जॉन थंगजिम हाओकिप (25) और जमखोतंग (40) के तारै पर हुई है। मंगलवार रात तक पुलिस उनकी लोकेशन का पता नहीं लगा पाई थी। उनको रेस्क्यू करने की कोशिशें जारी हैं।

चुराचांदपुर से कांगपोकपी जा रहे थे पांचों लोग
पुलिस ने बताया कि पांच कुकी लोग चुराचांदपुर से कांगपोकपी की तरफ जा रहे थे, जब कांगपोकपी बॉर्डर पर इंफाल वेस्ट में दाखिल होते ही मैतेई समुदाय के कुछ लोगों ने उन पर हमला कर दिया।
जानकारी के मुताबिक, सैनिक मणिपुर के बाहर पोस्टेड है। जहां ये वारदात हुई, वो जगह कुकी-जो बहुल कांगपोकपी और मैतेई बहुत इंफाल वेस्ट जिले से लगी हुई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दो दिन पहले कांगपोकपी जिले के पास सेकमाई इलाके से दो मैतेई छात्र गायब हो गए थे, जिसके बाद मैतेई समुदाय के लोगों ने कुकी लोगों पर हमला किया है।
पुलिस को दोनों छात्रों के फोन सेनापति जिले के पास एक पेट्रोल पंप से काली पॉलीथीन में लिपटे हुए मिले हैं।
ITLF ने मैतेई संगठन को दोषी ठहराया
इस घटना को लेकर कुकी समुदाय के इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (ITLF) ने केंद्रीय सुरक्षा बलों से अपील की है कि अगवा हुए चारों लोगों की तलाश करें। एक बयान जारी करके ITLF ने मैतेई संगठन अरमबाई तेंगोल को घटना का दोषी ठहराया है। ITLF ने कहा कि हमें डर है कि कहीं उन लोगों की हत्या न कर दी गई हो।
म्यांमार ने भारत से लगी सीमा सील की
वहीं, मणिपुर पुलिस के DIG जोगेशचंद्र हाओबिजाम के नेतृत्व में 11 IRB कर्मियों और 7 कमांडो की टीम ने बॉर्डर एरिया से 40 म्यांमारी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया है।
इधर, मोरेह स्थित इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (ICP) पर अज्ञात लोगों की अंधाधुंध फायरिंग के बाद म्यांमार ने इंडो-म्यांमार बॉर्डर को सील कर दिया है।
गेट नंबर-1 और गेट नंबर-2 को बंद किया गया है, जो मोरेह को म्यांमार के सैगंग राज्य के नामफालोंग जिले से जोड़ते हैं। दरअसल, 5 नवंबर को ICP पर हमला हुआ था, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।