Monday, July 7, 2025

घरीपखना आश्रम की घटना में शामिल लोगों पर दर्ज करें एफआईआर, पिछले दिनों सामने आई थी घटना, प्राचार्य पर लगे थे कई गंभीर आरोप

कोरबा। कन्या आश्रम घरीपखना में आदिवासी नाबालिग छात्राओं का शारीरिक व मानसिक शोषण करने के मामले में प्रधान पाठक सहित अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई और एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है।

इस संबंध में जिला पुलिस को ज्ञापन सौंपा गया है। संबंधित दोषी व्यक्ति के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उचित कार्यवाही एवं निष्पक्ष जांच किए जाने एवं साथ ही संबंधित कर्मचारी एवं अधिकारी जिनके द्वारा नाबालिक आदिवासी बच्चों का शारीरिक शोषण किया गया है उसे विभागीय जांच के नाम पर मान सम्मान को ताक पर रखा गया है। शारीरिक शोषण के संबंध में प्राथमिक सूचना संबंधित थाने में दिया जाना आवश्यक था जिसे जांचकर्ता कर्मचारी एवं अधिकारियों द्वारा आज पर्यंत तक छुपाया गया है इसलिए उन पर भी आपराधिक मामला दर्ज किये जाने बाबत जिला पुलिस अधीक्षक को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के पूर्व संभागीय सचिव लालबहादुर सिंह कोर्राम ने आवेदन पत्र सौंपा है।

दिनांक 15-12-2023 को कन्या आश्रम घरीपखना संकुल घरीपखना में दो नाबालिक आदिवासी छात्राओं कन्या आश्रम घरीपखना के प्रधान पाठक संदीप कुमार अग्रवाल द्वारा शारीरिक एवं मानसिक शोषण किया गया जिसकी शिकायत श्रीमती पुष्पलता मनहर प्रधान अधीक्षिका प्राइमरी स्तर आदिवासी कन्या आश्रम घरीपखना के द्वारा 17-12-2023 को किया गया एवं जांच दल गठित होने के पश्चात 19-12-2023 को समय प्रात: 11 बजे कन्या आश्रम शाला घरीपखना में स्थल निरीक्षण एवं शिकायतकर्ता आदिवासी छात्राओं कन्या आश्रम अधीक्षिका प्रधान पाठक व अन्य संबंधितों के संबंध में बयान दर्ज किया गया है ।

0 निम्नलिखित बिंदुओं पर जांच की मांग की गई है

01/ नाबालिक आदिवासी छात्राओं का शारीरिक शोषण किया गया है जिनको विभाग के जिसको संबंधित कर्मचारी एवं अधिकारी द्वारा विभागीय जांच के नाम पर बदनाम किया गया और दोषी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं किया गया ।

02/ जिन नाबालिक आदिवासी छात्राओं के साथ शारीरिक शोषण हुआ उसे संबंधित कर्मचारी और अधिकारी द्वारा दबाया गया विभागीय जांच के नाम पर साक्ष्य को छुपाया गया उनके खिलाफ अभी तब कोई कार्यवाही नहीं किया गया ।

03/ शारीरिक शोषण के संबंध में सर्वप्रथम प्राथमिक सूचना संबंधित थाने में दिया जाता है जिसे जांचकर्ता अधिकारी एवं कर्मचारियों के द्वारा छुपाया गया है इसलिए उन पर भी आपराधिक मामला दर्ज किया जाना न्यायोचित होगा ।

पुलिस अधीक्षक से निवेदन किया गया है कि उपरोक्त दोषी व्यक्ति के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज किया जावे एवं जिन कर्मचारीअधिकारियों के द्वारा मामले को दबाने हेतु साक्ष्य को छुपाया गया है उनके खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज कर उचित जांच पश्चात न्यायोचित कार्यवाही करने की कृपा करें ।

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