जांजगीर-चांपा और कोरबा में दो अलग-अलग घटनाओं में शुक्रवार को कुएं में डूबने से 9 लोगों की मौत हो गई। दोनों ही हादसे कुएं में गिरे ग्रामीणों को बचाने की चक्कर में हुए हैं। बताया जा रहा है कि दोनों ही मामलों में मौत का कारण जहरीली गैस का रिसाव है।
जांजगीर-चांपा में हुए हादसे में पिता-दो पुत्रों सहित 5 की मौत हुई है। जबकि कोरबा में पिता-पुत्री और दो अन्य लोगों की जान गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई है। SDRF की टीम को भी मौके पर पहुंच गई। उनकी मदद से सभी शवों को निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।


कोरबा : पिता गिरा तो बेटी बचाने गई, फिर एक-एक कर 4 फंसे
कोरबा में कटघोटा के ग्राम जुराली के डिपरा पारा निवासी जहरू पटेल दोपहर में कुएं में गिर पड़ा। इसका पता उसकी बेटी सपीना को चला तो वह पिता को बचाने के लिए कुएं में कूद गई। हालांकि वह भी अंदर ही फंस गई और दम तोड़ दिया। कुएं में दो शवों को देख स्थानीय मनबोध और शिवचरण भी नीचे उतरे, लेकिन उनकी भी मौत हो गई।
जांजगीर-चांपा : लकड़ी के उतरा था बुजुर्ग, बचाने में 5 की गई जान
इससे पहले जांजगीर-चांपा में भी कुएं में जहरीली गैस के रिसाव से 5 लोगों की मौत हो गई है। हादसा सुबह करीब 7.30 बजे एक व्यक्ति को बचाने के चक्कर में हुआ है। बिर्रा SDOP यदुमणि सिदार ने बताया कि किकिरदा गांव निवासी रामचंद्र जायसवाल (60 वर्ष) कुएं में लकड़ी अंदर गिरने पर उसे निकालने घुसा था।