समय सीमा की बैठक के उपरांत कलेक्टर श्री अजीत वसंत ने तहसीलवार लंबित प्रकरणों की समीक्षा की। उन्होंने शासकीय भूमि पर अतिक्रमण पर कार्रवाई, नामांकन, सीमांकन के प्रकरणों पर कार्यवाही के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सभी एसडीएम,तहसीलदारों को निर्देशित किया कि उनके कार्यालय में सभी प्रकरणों की फाइलों का उचित रख रखाव हो। कलेक्टर ने सभी एसडीएम और तहसीलदारों को निर्देशित किया कि छोटी-छोटी समस्याओं का निराकरण अपने स्तर पर करना सुनिश्चित करे। आमनागरिको की समस्याओं को सुने। उन्हें बताए कि आपकी समस्या का निराकरण किस स्तर पर हो जाएगा। अनावश्यक पैसे खर्च कर जिला मुख्यालय तक जाने की आवश्यकता नहीं है।
3 से 5 वर्षों से अधिक समय से लंबित प्रकरणों का शीघ्र निराकरण के दिए निर्देश
कलेक्टर श्री वसंत ने राजस्व विभाग अंतर्गत नामान्तरण, विवादित नामान्तरण,सीमांकन, डायवर्सन, ई-कोर्ट, राजस्व न्यायालय, त्रुटि सुधार, नक्शा बटांकन, डिजिटल सिग्नेचर, मसाहती ग्राम, स्वामित्व, कोटवारी भूमि का सिंगल ट्रांजेक्शन, पीएम किसान पंजीयन रिपोर्ट आदि की समीक्षा कर कार्यों में कसावट लाते हुए राजस्व के कार्यों में प्रगति लाने के निर्देश दिए।
उन्होंने एसडीएम और तहसीलदारों को राजस्व न्यायालय अंतर्गत तीन से पाँच वर्ष से अधिक के प्रकरणों का निराकरण शीघ्र करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने नक्शा बटांकन की संख्या में वृद्धि करने और जिले में शेष कोटवारी भूमि को शासन के मद में दर्ज करने के निर्देश दिए।
तहसीलवार लम्बित कार्यों की हुई समीक्षा, आमलोगों की समस्याओं को सुनने और निराकरण के कलेक्टर ने दिए निर्देश
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