Raigarh Police , रायगढ़। छत्तीसगढ़ की रायगढ़ पुलिस ने साइबर अपराध के खिलाफ एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस टीम ने ऑनलाइन ट्रेडिंग फ्रॉड में लिप्त एक अंतरराज्यीय साइबर गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए उसके मास्टरमाइंड सहित चार आरोपियों को श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर) से गिरफ्तार किया है। यह गैंग यूट्यूब विज्ञापनों के माध्यम से शेयर ट्रेडिंग में भारी मुनाफे का लालच देकर लोगों से ठगी करता था। पुलिस के अनुसार, गिरोह अब तक 200 से अधिक साइबर फ्रॉड को अंजाम दे चुका है और रायगढ़ के एक पीड़ित से 1.08 करोड़ रुपये की ठगी की गई थी।
ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर किया बड़ा फ्रॉड
रायगढ़ के एक व्यवसायी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि एक यूट्यूब विज्ञापन के जरिए उसे शेयर ट्रेडिंग में मोटा मुनाफा कमाने का झांसा दिया गया। आरोपी खुद को ट्रेडिंग एक्सपर्ट बताते थे और पीड़ित को एक फर्जी एप और वेबसाइट पर निवेश कराने लगे।
धीरे-धीरे कई रकम जमा कराने के बाद जब पीड़ित ने पैसे निकालने की कोशिश की, तो वह प्लेटफॉर्म बंद मिला। इसके बाद पीड़ित को समझ आया कि वह ठगी का शिकार हो चुका है।
साइबर सेल ने किया तकनीकी विश्लेषण, लोकेशन ट्रेस
शिकायत के बाद रायगढ़ साइबर सेल ने तुरंत जांच शुरू की। पुलिस ने बैंक ट्रांजैक्शन्स, मोबाइल नंबर, IP एड्रेस और डिजिटल ट्रेल्स का विश्लेषण किया। तकनीकी जांच में पता चला कि गिरोह जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में सक्रिय है। तुरंत एक टीम को श्रीनगर भेजा गया। दिल्ली, पंजाब और जम्मू-कश्मीर साइबर टीम के सहयोग से आरोपियों की लोकेशन ट्रेस कर उनके ठिकाने पर दबिश दी गई।
मास्टरमाइंड समेत चार अभियुक्त गिरफ्तार
पुलिस ने गिरोह के मास्टरमाइंड सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपियों के कब्जे से लैपटॉप, 20 मोबाइल फोन, कई सिम कार्ड, फर्जी बैंक खाते, डिजिटल वॉलेट और डॉक्यूमेंट्स बरामद किए गए हैं। पुलिस का कहना है कि यही गिरोह देशभर के निवेशकों को नकली ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के जरिए करोड़ों रुपये का चूना लगा चुका है।
देशभर में फैला नेटवर्क
जांच में पता चला है कि गिरोह यूट्यूब पर फर्जी एनालिस्ट चैनल बनाकर ट्रेडिंग टिप्स देता था। इसके बाद वे टेलीग्राम और व्हाट्सऐप ग्रुप में लोगों को जोड़कर नकली ऐप और वेबसाइट पर निवेश कराते थे। पीड़ितों की सूची में महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, यूपी, बंगाल और दक्षिण भारत के कई राज्य शामिल हैं।

