Korba Station Accident : कोरबा। कोरबा रेलवे स्टेशन यार्ड में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है, जहां दुर्घटना राहत वैन (Relief Van) की पेंटिंग के दौरान OHE (Overhead Equipment) लाइन की चपेट में आकर एक ठेका कर्मी की मौत हो गई, जबकि दूसरा मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के बाद मामले की जांच के लिए बनाई गई चार सदस्यीय कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कोरबा में पदस्थ SSE जितेंद्र देवांगन को सस्पेंड कर दिया गया है।
थाना जांजगीर क्षेत्र के आदतन निगरानी बदमाश के विरुद्ध थाना जांजगीर पुलिस की सख्त कार्रवाई
कैसे हुआ हादसा?
रेलवे के सी एंड डब्ल्यू (Carriage & Wagon) विभाग द्वारा राहत वैन की पेंटिंग का काम पिछले एक सप्ताह से चल रहा था। यह कार्य एक स्थानीय पेटी ठेकेदार को दिया गया था, जिसने नजदीकी बस्ती के युवकों को मजदूरी पर लगाया था।
24 नवंबर की सुबह, काम के दौरान अचानक OHE तार में करंट आने से
-
श्याम चौहान (ठेका कर्मी) गंभीर रूप से झुलस गए
-
प्रेम दास बुरी तरह घायल हो गए
घटना के तुरंत बाद श्याम चौहान को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां हालत बिगड़ने पर उन्हें भिलाई रेफर किया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित
डिविजन मुख्यालय ने हादसे की गंभीरता को देखते हुए चार सदस्यीय कमेटी बनाई, जिसमें शामिल थे—
-
एसएस प्रुस्टी, CDTI KRBA
-
पीके स्वामी, SSE OHE KRBA
-
असित विश्वास, SSE C&W KRBA
-
एसके शर्मा, RPF ASI KRBA
कमेटी ने लापरवाही को बताया मुख्य कारण
जांच रिपोर्ट में कई महत्वपूर्ण तथ्य सामने आए—
-
24 नवंबर को सुबह 10:30 बजे पेंटिंग का कार्य शुरू हुआ
-
पावर ब्लॉक लेकर काम किया जा रहा था
-
कार्य 4 बजे समाप्त हुआ और पावर ब्लॉक रद्द करने की लिखित सूचना भेजी गई
-
SSE OHE के बयान के अनुसार, सूचना मिलने के बाद 4:10 PM पर पावर ब्लॉक रद्द किया गया
-
4:20 PM पर ART लाइन OHE को चार्ज कर दिया गया
रिपोर्ट के मुताबिक, ग्राउंड लेवल पर सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया और इसी लापरवाही के कारण यह गंभीर हादसा हुआ।
SSE जितेंद्र देवांगन निलंबित
कमेटी की रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से मानव त्रुटि और सुरक्षा नियमों की अनदेखी को जिम्मेदार बताया गया। इसके बाद रेलवे प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए SSE जितेंद्र देवांगन को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया।
रेलवे प्रशासन चौकन्ना, ठेकेदार पर भी कार्रवाई संभव
घटना के बाद रेलवे अब पेंटिंग कार्य से जुड़े ठेकेदार और अन्य जिम्मेदारों की भूमिका की भी जांच कर रहा है। रेलवे ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों इसके लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।

