जांजगीर-चांपा । समर्थ गुरु धारा मैत्री केंद्र जांजगीर-चांपा ने एस डी पैलेस, जांजगीर जिला जांजगीर-चांपा में एक महत्वपूर्ण आयोजन किया गया । इस आयोजन में शील और संस्कार – जीवन का आधार विषय पर सत्संग, ध्यान और प्रश्नोत्तर सत्र आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य बिन्दु
शील और संस्कार- कार्यक्रम में शील और संस्कार के महत्व पर चर्चा की गई और बताया गया कि कैसे ये जीवन के आधार हैं ।
आत्म-जागरूकता और मानसिक शांति- कार्यक्रम में आत्म-जागरूकता और मानसिक शांति के महत्व पर भी व्यापक चर्चा की गई और बताया गया कि कैसे ध्यान और सत्संग के माध्यम से इन्हें प्राप्त किया जा सकता हैं ।
नए साधकों के लिए आमंत्रण- कार्यक्रम में नए साधकों को 30 जनवरी 2026 को आयोजित सिद्धार्थ ध्यान योग में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया हैं ।
विशेष अतिथि
कार्यक्रम में केंद्रीय आश्रम मुरथल से पधारे मुख्य आचार्य कुलदीप जी ने शिरकत की । उन्होंने बताया अपने सत्संग और प्रश्नोत्तर सत्र में जीवन को सहज, सरल और आनंदमय बनाने के सूत्र भी साझा किए । कार्यक्रम में चांपा से डॉ आर के सिंह, मनोज मित्तल, भुनेश्वर राठौर, शशिभूषण सोनी,कमलदास महंत सहित अन्य लोगों ने भाग लिया ।
कार्यक्रम का समापन
कार्यक्रम में सहभागी शशिभूषण सोनी ने बताया कि उत्साह, उमंग और भक्ति-भाव से आयोजित कार्यक्रम का समापन रात्रि 10 बजें ब्रह्मनंद ध्यान और महोत्सव के साथ हुआ । सभी प्रतिभागियों ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए अपना महती योगदान दिया ।



