पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार (21 जुलाई) को बड़ी घोषणा की. उन्होंने कोलकाता में रैली करते हुए कहा कि वो मनरेगा की तर्ज पर राज्य के गरीबों के लिए एक स्कीम लेकर आ रही है. इसका नाम ‘खेला होबे’ होगा.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, तृणमूल कांग्रेस की चीफ ममता बनर्जी ने कहा, ”हम 100 दिन की जॉब स्कीम लाने की सोच रहे हैं. इसका नाम खेला होबे होगा.” उन्होंने दावा किया, “बंगाल सरकार हमेशा गरीबों के साथ खड़ी है. हम इनको काम देंगे.”
ममता बनर्जी ने क्या कहा?
ममता बनर्जी ने आगे कहा, ‘‘मनरेगा योजना में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला राज्य होने के बावजूद केंद्र सरकार सिर्फ जलन और बदले की राजनीति के कारण धन जारी नहीं करता है. हम अपनी लड़ाई दिल्ली लेकर जाएंगे और दो अक्टूबर, गांधी जयंती के दिन अपनी मांगों को लेकर दबाव बनाने के लिए धरना देंगे.’’
खेला होबे क्या है?
साल 2021 के विधानसभा चुनाव के दौरान ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने खेला होबे का नारा दिया था. इस नारे का इस्तेमाल बनर्जी ने समय-समय पर रैलियों में दिया. इसके बाद राज्य में 16 अगस्त को ‘खेला होबे दिवस’ बनाया जाने लगा. इस दौरान विभिन्न खेल आयोजित किए जाते हैं.
मणिपुर पर सीएम ममता ने क्या कहा?
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार को ‘‘आतंक का सौदागर’’ बताते हुए आश्चर्य जताया कि बंगाल में पलक झपकते ही केंद्रीय टीम भेजने वाले मणिपुर हिंसा में 150 से ज्यादा लोगों की मौत के बावजूद वहां केंद्रीय टीम क्यों नहीं भेज रहे हैं.
बनर्जी ने कहा, ‘‘बंगाल में ‘आतंक के सौदागर’ केंद्रीय टीम भेज रहे हैं, लेकिन केन्द्र की टीम मणिपुर क्यों नहीं भेजी जा रही हैं? बंगाल में बीजेपी नेता खुलकर दावा कर रहे हैं कि वे बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करेंगे; मणिपुर में ऐसा क्यों नहीं हो रहा है?’’