कोरबा धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरों की एक और कारगुसारी सामने आई है। एसईसीएल के विभागीय अस्पताल से रेफर किए गए मरीज विकास खूंटे ने एनकेएस हॉस्पिटल के संचालक वहl वहां के स्टाफ के द्वारा तबियत बिगड़ने पर जबरन डिस्चार्ज करने का आरोप लगाया है। पेट में दर्द और बुखार होने पर बुखार को विकास को एसईसीएल ले अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां से उसे एनकेएच अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां पर स्थिति बिगड़ने पर अस्पताल के संचालक डॉक्टर शोभराज चांदनी के द्वारा जबरन उसे डिस्चार्ज कर दिया गया । साथ ही मरीज के साथ वहां कार्यरत नर्स सरिता आराध्या दीक्षा स्वाति के द्वारा अभद्र व्यवहार किया गया। पीड़ित ने इस मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों से की है साथी न्याय दिलाने की मांग की है।
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