मणिपुर में 3 मई से जारी हिंसा के 4 महीने पूरे हो चुके हैं। इस बीच खबर है कि इंफाल घाटी में रह रहे अंतिम 10 कुकी परिवार भी चले गए हैं। इनका आरोप है कि उन्हें जबरन निकाला गया। सरकार की तरफ से इन कुकी परिवारों को 2 सितंबर को कांगपोकपी जिले में शिफ्ट किया गया।
वहीं, एक अफसर का कहना है कि कांगपोकपी जिला कुकी समुदाय बहुल है, ऐसे में वे सुरक्षित रहेंगे। इन परिवारों को कांगपोकपी के मोटबंग ले जाया गया है।
हिंसा से निपटेंगे सीनियर सुपरिन्टेंडेंट
इस बीच 24 अगस्त को मणिपुर सरकार ने आर्मी से रिटायर्ड कर्नल नेक्टर संजेनबम को राज्य का सीनियर सुपरिन्टेंडेंट (कॉम्बैट) नियुक्त किया है। मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच 3 मई से जारी हिंसा में अब तक 170 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
NDTV की खबर के मुताबिक, संजेनबम अगले पांच साल तक इस पद पर रहेंगे। उन्होंने 2015 के म्यांमार सर्जिकल स्ट्राइक में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जब भारतीय जवानों ने म्यांमार में घुसकर आतंकियों को मार गिराया था।