Tuesday, July 8, 2025

कावेरी जल विवाद पर कर्नाटक बंद खत्म, 44 फ्लाइट्स कैंसिल:50 प्रदर्शनकारी हिरासत में; CM बोले- रिटायर्ड जजों की सलाह पर बनाएंगे आगे का प्लान

तमिलनाडु के साथ कावेरी नदी के जल बंटवारे के विरोध में शुक्रवार 29 सितंबर को कर्नाटक बंद खत्म हो गया। कन्नड़ और किसान संगठनों के प्रमुख कन्नड़ ओक्कूटा संघ ने सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक 12 घंटे का बंद बुलाया था।

विपक्षी भाजपा, जनता दल सेक्युलर और कन्नड़ फिल्म जगत की हस्तियों ने भी बंद के समर्थन में राज्य के विभिन्न जिलों में प्रदर्शन किया। वहीं, कर्नाटक पुलिस ने 50 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया।

प्रदर्शनकारी हाईवे, टोल गेट्स, रेल सेवाएं बंद कराने की कोशिश की। दुकानें, शॉपिंग मॉल, मूवी थिएटर्स, होटल और रेस्त्रां बंद रहे। मेट्रो-बस सर्विस चालू थीं, लेकिन बंद के दौरान भीड़ ना के बराबर थी।

बेंगलुरु और मांड्या में प्रशासन ने स्कूल-कॉलेज में छुट्टी का ऐलान किया था। कैम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के PRO के मुताबिक, बेंगलुरु आने-जाने वाली 44 फ्लाइट्स कैंसिल कर दी गईं।

इससे पहले 26 सितंबर को बेंगलुरु बंद के दिन 200 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हुई थी।

CM सिद्धारमैया ने राज्य के डिप्टी CM और सिंचाई मंत्री डीके शिवकुमार के साथ मीटिंग की। बैठक के बाद सीएम ने कहा- मैंने आज सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जजों, अपनी कानूनी टीम से बात की है। उनकी सलाह के बाद तय करेंगे कि क्या करना है.. देखते हैं आगे क्या होता है।

तमिलनाडु को कावेरी नदी का पानी छोड़े जाने का विरोध
13 सितंबर को कावेरी वाटर मैनेजमेंट अथॉरिटी (CWMA) ने एक आदेश जारी किया था। इसमें कहा गया कि कर्नाटक अगले 15 दिन तक तमिलनाडु को कावेरी नदी से 5 हजार क्यूसेक पानी दे।

कर्नाटक के किसान संगठन, कन्नड़ संस्थाएं और विपक्षी पार्टियां इसी फैसले का विरोध कर रही हैं। कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच कावेरी नदी से जुड़ा यह विवाद 140 साल पुराना है।

- Advertisement -
Latest news
- Advertisement -
Related news
- Advertisement -