नक्सलियों ने पर्चा जारी कर दंतेवाड़ा के DRG जवानों पर लूटपाट का आरोप लगाया है। माओवादियों का आरोप है कि जवानों ने बैलाडीला की पहाड़ी के नीचे बसे एक गांव पर हमला किया। एक ग्रामीण को बंधक बनाकर पिटाई की। अलग-अलग घरों से लूंगी, भुट्टा, 2 हजार नगदी समेत अन्य सामानों को लूट कर ले गए हैं। पुलिस ने इन आरोपों को झूठा बताया है।
पश्चिम बस्तर डिवीजन कमेटी के सचिव मोहन ने प्रेस नोट में कहा कि, 14 से 17 नवंबर के बीच लोहा गांव में जवानों की 4 टुकड़ी घुसी थी, जिन्होंने हमला किया। गांव के रहने वाले एक युवक ताती उंगा के हाथ-पैर बांधे, पत्थर से मार कर घायल कर छोड़ दिया। मीडियम लच्छू के घर से मवेशियों को बांधने रखे त्रिपाल को लेकर चले गए।

ग्रामीणों के घर से पैसे लूटने का आरोप
वहीं कुंजाम सन्नू के घर से 2 हजार और कुंजाम के घर से 5 हजार रुपए नगदी लूट लिए। ग्रामीणों के इलाज के लिए मितानिनों ने गोलियां दी थी, उसे जवानों ने जला दिया। नक्सली लीडर मोहन ने कहा कि, कुछ ग्रामीणों के घर से 40 किलो भुट्टा, कंबल, लुंगी समेत अन्य सामान की भी लूटपाट की गई। जवानों पर और कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
नेताओं पर झूठ बोलने का लगाया आरोप
नक्सली लीडर का कहना है कि, हाल ही में विधानसभा चुनाव खत्म हुआ है। सभी पार्टी के नेताओं ने कहा था कि, हम आदिवासियों के लिए काम करेंगे। लेकिन, सभी लोग झूठ बोल रहे हैं। सिर्फ आदिवासियों को परेशान किया जा रहा है।
हालांकि, पुलिस ने नक्सलियों के इन आरोपों को झूठा बताया है। पुलिस अफसरों का कहना है कि, नक्सली पुलिस को बदनाम करने के लिए ऐसी झूठी बातें कर रहे हैं। पुलिस के प्रति जनता का विश्वास बढ़ा है जिसे देख वे लोग बौखला गए हैं।