छत्तीसगढ़ में इलेक्शन रिजल्ट के बाद से बुलडोजर की एंट्री हो गई है। रिजल्ट के बाद बीजेपी नेता और कार्यकर्ताओं ने बुलडोजर में चढ़कर जश्न मनाया था। इसके बाद से रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग समेत कई जिलों में अवैध कब्जों पर बुलडोजर चल रहे हैं। रायपुर को 5 दिसंबर को पहली कार्रवाई हुई जिसके बाद आज 7 दिसंबर को तीसरे दिन भी अलग-अलग इलाकों में अवैध निर्माण जमींदोज किए गए।
हालांकि बुलडोजर वाली कार्रवाई पर सवाल भी उठ रहे हैं। जिनके दुकानों के पास कार्रवाई की गई है उनका कहना है कि, बिना किसी सूचना के कार्रवाई करना ठीक नहीं है। कांग्रेस ने भी कहा कि गरीबों की रोजी-रोटी पर बुलडोजर चल रहा है। इस पर बीजेपी ने कहा कि, कानून तोड़ने वालों पर ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी। एक कार्यक्रम में पहुंचे बृजमोहन अग्रवाल के सामने बुलडोजर के नारे लगे तो उन्होंने ने भी पूछा- रफ्तार ठीक है ना?

रायपुर की बड़ी कार्रवाई
- 5 दिसंबर को सालेम स्कूल के पास, मोतीबाग में चौपाटी हटाई गई जहां 35 से ज्यादा ठेले हटाए गए। उसी रात GE रोड में कार्रवाई की गई। यहां 40 अवैध ठेले हटाए गए।
- 6 दिसंबर को विधानसभा रोड में सरकारी जमीन पर हुए कब्जे को हटाया गया। यहां 3 दुकानों पर बुलडोजर चला। साइंस कॉलेज के पास 57 अवैध ठेले और गुमठियों को हटाया गया। बकरा मार्केट के पास अवैध चबूतरों को तोड़ा गया।
- 7 दिसंबर को अनुपम गार्डन के पास लगाई गई अवैध दुकानों को हटाया गया। भारत माता चौक, अशोक नगर में सड़क किनारे लगे अवैध दुकानों पर कार्रवाई हुई। अलग-अलग जगहों पर 60 से ज्यादा अवैध निर्माण पर कार्रवाई की गई।
इसी तरह बिलासपुर में भी लगातार अवैध चखना सेंटर पर कार्रवाई की जा रही है।
- 5 दिसंबर को लिंक रोड, पुराना बस स्टैंड और गौरव पथ समेत 12 जगहों पर बुलडोजर चला।
- 6 दिसंबर को मोपका, सकरी, पिपरा में कार्रवाई की गई।
- 7 दिसंबर को तोरवा मेन रोड, अशोक नगर, बिरकोना नहर के पास बुलडोजर चलाया गया। तीन दिनों में करीब 25-30 चखना सेंटर हटाए गए हैं।
दुर्ग-भिलाई में भी चखना सेंटर पर कार्रवाई की जा रही है। 5 दिसंबर से लगातार 3 दिन तक वैशाली नगर सुपेला और दुर्ग के कोतवाली थाना इलाके में चखना सेंटर हटाए जा रहे हैं।