जांजगीर-चांपा जिले के सेमरिया गांव में पति-पत्नी ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। दोनों के बीच दुकान से गुड़ाखू नहीं लाने को लेकर विवाद हुआ था। मामला पामगढ़ थाना क्षेत्र का है। दोनों के शव को पोस्टमॉर्टम कराकर शव को परिजनों को सौंप दिया गया है।
मिली जानकारी अनुसार, सेमरिया गांव का रहने वाला शत्रुहान गोड (उम्र 40 ) ने अपनी पत्नी सावित्री बाई (उम्र 35 साल) को गुड़ाखू लाने को कहा था। वहीं गुड़ाखू नहीं लाने को लेकर गुरुवार की रात को शत्रुहान गोड ने अपनी पत्नी सावित्री बाई से वाद-विवाद की। विवाद बंद होने के बाद सावित्री बाई ने रात में जहर का सेवन कर घर के सामने खाट में सो गई।
खाट पर सो रही थी पत्नी
वहीं शत्रुहान गोड शुक्रवार की सुबह करीबन 8 बजे बकरी चराने घर से चला गया। बकरी चराकर शाम के 4 बजे घर आया तो देखा कि उसकी पत्नी सो रही है। उठाने पर भी नहीं उठी। आस-पास के लोगों को बुलाया गया, तो पता चला सावित्री बाई की मौत हो चुकी थी। इसके बाद ग्रामीणों ने शुक्रवार की देर शाम इसकी सूचना पुलिस को दी।

पत्नी की मौत को सह नहीं पाया पति
पत्नी सावित्री बाई का शव घर के बाहर ही खाट में पड़ा हुआ था। पत्नी की मौत के सदमे को पति सह नहीं पाया और शत्रुहन ने भी जहर खा ली। तबियत खबर होने पर लोगों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहा डॉक्टर ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। मामले में पंचनामा कार्रवाई कर पुलिस ने दोनों पति-पत्नी के शव का पोस्टमार्टम कराया।

चार छोटे बच्चों को पीछे छोड़ गए दंपती
शार्ट पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चूहे मारने की दवा खाने से मौत की बात सामने आई है। वहीं पुलिस ने दोनों के शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। बता दें कि मृतक शत्रुहान के 4 बच्चे हैं जिनका नाम लाला उम्र 11 साल, भूरी 9 साल, बेगवा 7 साल और सुमन 3 साल के बच्चे हैं। दोनों पति-पत्नी के शव का अंतिम संस्कार शनिवार को किया गया।