नई दिल्ली: देश में कोरोना के बढ़ते मामलों पर बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की बैठक हुई. नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने बताया कि कोरोना का एक नया आउटब्रेक सामने आया है. ऐसा मुमकिन है कि इस बार का आउटब्रेक नए वेरिएंट JN.1 की वजह से हो. इसके साथ ही वीके पॉल ने कहा कि घबराने वाली कोई बात नहीं है. हालांकि इस वायरस में फैलने की क्षमता है लेकिन बीमारी काफी माइल्ड है.
दो हफ्ते में कोरोना से 16 मौतें-वीके पॉल
डॉ. वीके पॉल ने कहा कि अब तक सामने आई जानकारी के मुताबिक कोरोना के नए वेरिएंट से गंभीर परेशानी सामने नहीं आई है. देशभर में वायरस संक्रमण के करीब 2300 एक्टिव मामले हैं. मंगलवार को कोरोना वायरस के 519 मामले दर्ज किए गए थे. इसके पहले 10 दिनों में करीब 110 नए मामले सामने आए थे. वीके पॉल ने कहा कि कोरोना के जो भी मामले फिलहाल सामने आए हैं, उनमें 91 – 92% लोग घरों में ही इलाज करवा रहे हैं. उन्होंने बताया कि पिछले दो हफ्तों में कोरोना से 16 मौतें हुई हैं, इनमें सीरियस कॉमोर्बिडिटी थीं.
देश को सजग रहने की जरूरत-वीके पॉल
नीति आयोग के सदस्य ने कहा कि कोरोना वायरस अभी तक खत्म नहीं हुआ है, इसीलिए देश को सजग रहना होगा. उन्होंने कहा कि भले ही इसका स्वरूप माइल्ड ही रहे और हमारी लाइवहुड पर इसका असर न पड़े, लेकिन फिर भी तैयारी पूरी होनी चाहिए. उन्होंने बताया कि सरकार की तरफ से सर्विलांस बढ़ा दी गई है. जीनोम सीक्वेंसिंग भी बढ़ाई जा रही है. वायरस संक्रमितों को आइसोलेट किया जा रहा है. बता दें कि कोरोना के नए वेरिएंट JN.1 का पहला मामला लक्षेमबर्ग में सामने आया था. अगस्त से अब तक 36 से 40 देशों में अब तक इस वेरिएंट की मौजूदगी दर्ज की गई है.
कोरोना संक्रमण पर समीक्षा बैठक
कोरोना के नए मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने आज समीक्षा बैठक की. बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एब एक दूसरे के साथ मिलकर सरकार के दृष्टिकोण के हिसाब से काम करने का समय आ गया है. बिना घबराए पूरी तरह से सतर्कता बरतने की जरूरत है.