नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में इंडिया गठबंधन को बड़ा झटका लग सकता है. सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार खुद को विपक्षी गुट इंडिया गठबंधन से खुद को बाहर कर सकते हैं. बिहार में इन दिनों सियासी हलचल तेज है. नीतीश कुमार के एक बार फिर से पलटी मारने की खबर चर्चा में बनी हुई है. कहा जा रहा है कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार एक बार फिर से पाला बदलकर बीजेपी के साथ आ सकते हैं. सूत्रों ने ऐसी संभावना जताई है कि सीएम नीतीश कुमार आखिरी मिनट में यू-टर्न लेते हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी संग साझेदारी करेंगे.
फिर पाला बदल सकते हैं नीतीश कुमार
पिछले दिन ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल ने तो पहले ही इंडिया गठबंधन के प्रमुख दल कांग्रेस के साथ किसी भी गठबंधन से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि वह बंगाल और पंजाब में अकेले चुनाव लड़ेंगे. अब नीतीश कुमार के एक बार फिर से पाला बदलने की खबरें सामने आ रही हैं. सूत्रों के मुताबिक नीतीश कुमार 4 फरवरी को बेतिया में पीएम नरेंद्र मोदी के साथ भी मंच शेयर कर सकते हैं. वहीं सीएम नीतीश के विधानसभा भंग करने की चर्चा भी जोरों पर है. उन्होंने अपने सभी विधायकों को पटना बुलाया है.
एक बार फिर NDA में शामिल हो सकते हैं नीतीश कुमार
सूत्रों का कहना है कि पार्टी के पास अब दो विकल्प हैं, पहला विधानसभा भंग करना और लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव कराना. और दूसरा नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बने रहने देना, जिसका पार्टी के स्थानीय नेता काफी विरोध कर रहे हैं. बता दें कि 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 122 है, जिनमें आरजेडी के पास 79 सीटें हैं. नीतीश कुमार बीजेपी की 82 और जेडीयू की 45 सीटों के साथ सरकार बना सकते हैं. बता दें कि लालू यादव की जेडीयू के पास 79 सीटें हैं.
राजनीतिक उथल-पुथल के बीच, बिहार के राज्यपाल ने गुरुवार शाम को अपनी गोवा यात्रा भी रद्द कर दी. सूत्रों का कहना है कि भले ही राज्य बीजेपी के नेता नीतीश कुमार की वापसी को लेकर संशय में हैं, लेकिन पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने अपना मन बना लिया है और राज्य इकाई के लिए एक प्रतिबंध आदेश जारी किया है. सूत्रों के मुताबिक, राज्य के नेताओं को साफ कहा गया है कि वह मुख्यमंत्री के बारे में बुरा न बोलें.