हल्द्वानी हिंसा में वनभूलपुरा दंगों में पुलिस ने अब फरार वांटेड अब्दुल मलिक और अब्दुल मोईद की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। यूपी, दिल्ली, हरियाणा आदि राज्यों में पुलिस की कई टीमें मलिक को पकड़ने के लिए दबिश दे चुकी है, लेकिन पुलिस के हाथ अभी तक कोई सफलता नहीं लगी है।
फरार मलिक, और उसके बेटे मोईद को पकड़ने के लिए पुलिस जल्द ही इनाम घोषित कर सकती है। पुलिस सूत्रों की बात मानें तो अब्दुल मलिक साथ-साथ उसके रिश्तेदारों और परिचितों की कुंडली खंगालना भी शुरू कर दिया है।
मोबाइल बंद होने की वजह से लोकेशन का पता नहीं चल पा रहा है तो पुलिस हर वह तरीका अपना रही है, जिससे मलिक को जल्द गिरफ्त में लिया जा सके। वनभूलपुरा हिंसा मामले के मास्टरमाइंड बताए जा रहे अब्दुल मलिक और उसके बेटे अब्दुल मोईद को पुलिस वांटेड घोषित कर चुकी है।
इनकी संपत्ति कुर्क की कार्रवाई भी पुलिस पूरी कर चुकी है। वहीं हिंसा के 13 दिन बाद भी पुलिस के पास मलिक और मोईद के बारे में कोई भी सुराग नहीं है। वहीं पुलिस सूत्रों के मुताबिक मलिक का मोबाइल भी बंद है।
ऐसे में पुलिस का शक इस बात पर भी गहरा रहा है कि कहीं मलिक और उसका बेटा नए मोबाइल और सिम कार्ड का इस्तेमाल तो नहीं कर रहा है। फिलहाल पुलिस जांच कर रही है। इसके लिए पुलिस ने मलिक के रिश्तेदारों और परिचितों की कुंडली खंगालना शुरू कर दिया है।
उत्तराखंड, दिल्ली, यूपी, हरियाणा तमाम राज्यों में उसकी तलाश हो रही है। साथ ही हल्द्वानी, बरेली, दिल्ली व हरियाणा में दबिश के साथ सर्विलांसिंग भी की जा रही है। एसएसपी पीएन नारायण मीणा ने बताया, अब्दुल मलिक समेत चारों वांटेड की धरपकड़ के लिए दबिशें जारी हैं। वांटेड पर इनाम घोषित किया जाएगा।
कर्फ्यू मुक्त वनभूलपुरा में तैनात रहेगा फोर्स
हल्द्वानी के वनभूलपुरा से कर्फ्यू पूरी तरह से हटा दिया गया है, लेकिन अभी भी पैरामिलिट्री का पहरा कुछ दिन रहेगा। हालांकि पैरामिलिट्री की कुछ कंपनी वापस भेज दी गई हैं। शुक्रवार के बाद हालात बिल्कुल सामान्य हो जाएंगे।
बीते आठ फरवरी को वनभूलपुरा हिंसा के बाद क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया था। सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिए आईटीबीपी, एसएसबी, पीएसी, स्थानीय पुलिस और दूसरे जिलों से आए पुलिस के 1700 जवान चप्पे- चप्पे पर तैनात किए गए। पुलिस सूत्रों के मुताबिक पैरामिलिट्री की कुछ कंपनियां शुक्रवार तक वनभूलपुरा में तैनात रहेंगी। एसएसपी पीएन मीणा ने बताया कि हालात पूरी तरह काबू में हैं।
13 दिन बाद वनभूलपुरा में लौटी रौनक
हल्द्वानी के वनभूलपुरा हिंसा के 13वें दिन पूरा क्षेत्र कर्फ्यू मुक्त हो चुका है। मंगलवार को वनभूलपुरा की पुरानी रौनक एक झलक में दिखाई दी। चौराहों से लेकर आंतरिक गलियों तक लोगों की चहल-पहल और बच्चों की आवाजों से लेकर गाड़ियों के शोर तक चीजें सामान्य दिखीं।
लोगों ने अपने अधूरे और रुके कार्यों को पूरा करना शुरू कर दिया है। सोमवार की देर रात डीएम की ओर से वनभूलपुरा को कर्फ्यूमुक्त करने के निर्देश जारी किए गए। 13 दिन तक फोर्स के पहरे में घरों की छतों और खिड़कियों से झांकती जिंदगी मंगलवार को दरवाजों से बाहर निकली।
वनभूलपुरा के हर गली, चौराहा और नुक्कड़ पर लोग निश्चित और बिना किसी डर के बैठे थे। आम दिनों की तहर कहीं बुजुर्गों की चाय पर चर्चा दिखाई दी।