केंद्र सरकार के मंत्रालयों में काम करने वाले करीब 1 हजार सरकारी कर्मचारी 7 मार्च को शास्त्री भवन के बाहर प्रदर्शन करने की योजना बना रहे हैं। इनकी मांगें कैडर में प्रमोशन, वैकेंसी निकालने और 2022 के कैडर रिव्यू कमेटी की रिपोर्ट को जारी किए जाने से संबंधित हैं। जानकारी के मुताबिक यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से शास्त्री भवन के बाहर किया जाएगा। कुछ समय तक प्रदर्शन करने के बाद कर्मचारी अपने काम पर वापस लौट जाएंगे। इसके बाद 11 मार्च को निर्माण भवन और 13 मार्च को नॉर्थ ब्लॉक के सामने भी मार्च निकाला जाएगा।
सेंट्रल सेक्रेटेरिएट सर्विस (CSS) फोरम ने एक बयान में कहा कि यह एक शांतिपूर्ण प्रदर्शन होगा लेकिन यह सरकार को एक चेतावनी है कि अगर कर्मचारियों की मांगों को अनदेखा किया जाता है तो पूरी तरह से हड़ताल भी की जा सकती है। सोमवार को भी सैकड़ों CSS कर्मचारियों ने रायसीना हिल्स पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के पास में भी कर्मचारयों ने मार्च निकाला।
फोरम के महासचिव आशुतोष मिश्रा ने कहा, ‘हम राजनीति से प्रेरित नहीं हैं। हम केंद्र सरकार के साथ काम करते हैं और प्रदर्शन के बाद फिर से काम पर लौट जाएंगे। हम अपनी आवाज सुनाने के लिए शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं। हम यही चाहते हैं कि कैडर रिव्यू कमेटी की रिपोर्ट को जारी किया जाए। यह कमेटी 27 अक्टूबर 2022 को बनाई गई थी। डेढ़ साल बीत जान के बाद भी इसकी रिपोर्ट की जानकारी नहीं मिली है।’
अलग-अलग मंत्रालयों में कर्मचारियों की जरूरत को लेकर अक्टूबर 2022 में कैडर रिव्यू कमेटी बनाई गई थी। कर्मचारियों की मांग थी की केंद्र सरकार के बढ़ते प्रोजेक्ट और योजनाओं के चलते कैडर मैनेजमेंट की जरूरत है। मिश्रा ने कहा, आरटीाई के जरिए हमें जानकारी मिली थी कि 20 विभागों ने कम से कम 2500 पोस्ट खाली पड़े हैं। अगर सभी मंत्रालयों के आंकड़े जुटाए जाएं तो यह संख्या ज्यादा भी हो सकती है। कैडर रिव्यू कमेटी की रिपोर्ट ना आने की वजह से इन विभागों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा लोगों के प्रमोशन ना होने की वजह से भी कर्मचारी निराश हैं। जो लोग प्रमोशन के हकदार हैं वे हर महीने रिटायर हो रहे हैं।