नई दिल्ली : जम्मू के शहीद कैप्टन तुषार महाजन के नाम पर उधमपुर रेलवे स्टेशन का नाम रख दिया गया। वहीं सेना में अफसर बनने के अरमान सजाए एक तुषार के साथ रास्ते में ही कुछ ऐसा हो गया कि उसके सारे सपने टूटकर बिखर गए। 23 साल का तुषार अपने दोस्तों के साथ सर्विस सिलेक्शन बोर्ड (SSB) का इंटरव्यू देने अहमदाबाद जा रहा था। लुधियाना रेलवे स्टेशन के पास ही कुछ उपद्रवियों ने उसे ट्रेन से नीचे फेंक दिया। तुषार की रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट आई है। जानकारी के मुताबिक यह घटना 19 मई की है। वहीं जीआरपी को एफआईआर दर्ज करने में एक महीने का समय लग गया।
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक जम्मू के पावर डिपार्टमेंट में काम करने वाले विरेंदर सिंह ने बताया, तुषार एसएसबी इंटरव्यू के लिए अहमदाबाद जा रहा था। एक घटना ने मेरे बेटे का करियर तबाह करके रख दिया। तुषार एक महिने से डीएमसी अस्पताल में वेंटिलेटर पर थे। उनको होश तो आ गया है लेकिन वह बोलने में सक्षम नहीं हैं। डॉक्टरों का कहना है कि उनकी रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोटें आई हैं और हो सकता है कि जीवनभर चल ना पाएं।
तुषार के पिता ने कहा, वह इस बार एसएसबी इंटरव्यू नहीं दे पाया लेकिन चाहता है कि आगे परीक्षा पास करे और सेना में भर्ती हो। पिता ने कहा, सेना में भर्ती होने के जुनून की वजह से ही उसने ग्रैजुएशन के दौरान 30 किलोग्राम वजन कम किया। उसने एयरफोर्स के लिए एसएसबी इंटरव्यू पास कर लिया था लेकिन वह आर्मी में जाना चाहता था। उसने एक बार आर्मी का भी एसएसबी पास कर लिया था लेकिन मेडिकल टेस्ट में बाहर हो गया था। तीसरी बार टेस्ट पास करने के बाद वह इंटरव्यू के लिए जा रहा था।