Sunday, July 6, 2025

जब CJI चंद्रचूड़ से बोले वरिष्ठ वकील- आपको माफ करता हूं, आप नहीं जानते कि आपने…

नई दिल्ली : नीट पेपर लीक मामले में सुनवाई के दौरान अपनी बारी आने से पहले ही बोलने की कोशिश कर रहे एक वरिष्ठ वकील और चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के बीच तीखी नोकझोंक हो गई थी। इसके बाद सीजेआई चंद्रचूड़ ने वकील मैथ्यूज जे नेदुम्परा को कोर्ट के सामने फटकार लगाई और बाहर निकालने की चेतावनी भी दी। इसके बाद वकील नेदुम्परा कोर्ट से बाहर चले गए और जब वापस लौटे तो सीजेआई से कहा कि आप नहीं जानते कि आपने क्या किया है।

कुछ देर कोर्ट रूम से बाहर रहने के बाद वकील नेदुम्परा अपनी दलीलें पूरी करने के लिए अदालत में वापस आए। अपनी दलीलें पेश करने के बाद उन्होंने कहा, “मैं आप द्वारा किए गए अपने अपमान के लिए आपको माफ करता हूं, क्योंकि आप नहीं जानते कि आपने क्या किया है। मैं आपको माफ करता हूं।” वरिष्ठ वकील ने आगे कहा कि मेरे मन में कुछ भी नहीं है, मैं आपके प्रति अत्यंत सम्मान रखता हूं।

इससे पहले, तीखी नोकझोंक के दौरान सीजेआई चंद्रचूड़ ने नेदुम्परा से कहा था कि वह किसी भी वकील को अदालत में मनमर्जी नहीं करने देंगे। नीट मामले में नुदम्परा कुछ याचिकाकर्ताओं की ओर से उपस्थित हुए थे और बीच सुनवाई के दौरान बार-बार आग्रह कर रहे थे कि उन्हें बहस की अनुमति दी जाए। इस दौरान याचिकाकर्ताओं के मुख्य वकील नरेन्द्र हुड्डा अपनी दलीलें पेश करने वाले थे। इस पर सीजेआई चंद्रचूड़ ने नेदुम्परा से कहा कि पीठ हुड्डा द्वारा अपनी दलीलें पेश करने के बाद उन्हें बहस करने की अनुमति देगी। पीठ में न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा भी शामिल हैं।

‘आपको कोर्ट से बाहर करना पड़ेगा’
सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा, ”आप कृपया बैठ जाइए। मुझे आपको अदालत से बाहर निकालना पड़ेगा।” उन्होंने गुस्से में कहा, ”मैं आपको चेतावनी दे रहा हूं।” हालांकि, नेदुम्परा लगातार शिकायत करते रहे कि उन्हें अदालत में बोलने की अनुमति नहीं दी गई। इस बात से नाराज प्रधान न्यायाधीश ने कहा, ”कृपया सुरक्षाकर्मियों को बुलाइए। हम उनसे इन्हें अदालत से बाहर ले जाने को कहेंगे।” वकील ने अपने सहयोगियों की ओर रुख किया, जिसपर न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा, ”आप गैलरी में बात नहीं करेंगे। आप मेरी बात सुनेंगे। मैं अपने न्यायालय का प्रभारी हूं।” नाराज वकील ने बेमन से कहा कि वह अदालत कक्ष से जा रहे हैं लेकिन प्रधान न्यायाधीश नाइंसाफी कर रहे हैं।

‘मिस्टर मैथ्यूज, अब मैं कुछ ऐसा कहने के लिए…’
जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा, ”मिस्टर मैथ्यूज, अब मैं कुछ ऐसा कहने के लिए बाध्य हो जाऊंगा जो बहुत अप्रिय होगा। कृपया चुप रहें। यहां बैठ जाएं। यदि आप जाना चाहते हैं, तो यह आपकी मर्जी है।” सीजेआई ने नेदुम्परा से कहा कि जब हुड्डा बहस कर रहे हैं तो वह बीच में नहीं बोल सकते। उन्होंने नेदुम्परा से कहा, ”मैं आपकी बात सुनूंगा। लेकिन मैं आपकी बात हुड्डा की दलीलें समाप्त होने के बाद सुनूंगा।” नेदुम्परा ने कहा कि जब भी वह बोलना चाहते हैं तो पीठ उन्हें रोक देती है और इस तथ्य की अनदेखी की जाती है कि वह अदालत कक्ष में मौजूद वकीलों में सबसे वरिष्ठ हैं।

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