20 अगस्त 2024, मंगलवार को छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना द्वारा कोरबा में भव्य भोजली रैली का आयोजन किया गया। यह पर्व छत्तीसगढ़ का प्रमुख लोक पर्व है, जो खेती-किसानी से जुड़ा है और लोगों के बीच आपसी सद्भावना और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देता है। ‘मीत मितानिन’ के रूप में मशहूर इस पर्व को छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने लगातार पांचवें वर्ष बड़े धूमधाम से मनाया।
कार्यक्रम की शुरुआत कोरबा के हृदय स्थल घंटाघर में छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा अर्चना से हुई। इस दौरान जिला प्रदेश मंत्री श्री दिलीप मिरी, जिला अध्यक्ष श्री अतुल दास महंत, जिला संगठन मंत्री गंभीर दास, जिला उपाध्यक्ष सुरेश पटेल, और अन्य प्रमुख पदाधिकारियों ने पूजा अर्चना की।
कार्यक्रम में छोटे बच्चों द्वारा प्रस्तुत सुंदर लोक नृत्य ने दर्शकों का मन मोह लिया। लोक कलाकार मनीष मनचला की प्रस्तुति विशेष रूप से सराही गई। अमराइया पारा, बुधवारी, सीएसईबी कॉलोनी, रामपुर और वनांचल ग्राम जिल्गा की माताएं और बहनें इस समारोह में शामिल हुईं। सतनामी समाज के जिला प्रमुख भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।
रैली का आयोजन घंटाघर से शुरू होकर नागरिक चौक, कोसाबाड़ी चौक, आईटीआई रामपुर चौक से होते हुए ढेंगुरनाला भोजली घाट तक किया गया। रैली में हजारों लोगों की भीड़ ने हिस्सा लिया और पूरा कोरबा छत्तीसगढ़िया समाज की खुशियों से सराबोर हो गया। रैली के दौरान कर्मा नृत्य, छत्तीसगढ़ महतारी की झांकी, सुवा, पंथी और अन्य लोक कला की झलक देखने को मिली।
रैली का समापन भोजली दाई की पूजा अर्चना और भोजली विसर्जन के साथ हुआ। इस दौरान लोगों ने भोजली को एक-दूसरे के कान में खोंचकर मीत मितान की परंपरा को गले मिलकर निभाया।
यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के सभी पदाधिकारियों की अथक मेहनत और समर्पण से सफलतापूर्वक आयोजित हुआ, जो छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति को पुनर्जीवित करने के उनके प्रयासों को दर्शाता है।