पाकिस्तान में इन दिनों जबरदस्त सियासी बवाल मचा हुआ है। मुल्क की राजधानी इस्लामाबाद में स्थित डी चौक और उसके आसपास के इलाकों में आधी रात को सुरक्षाकर्मियों ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। सुरक्षाकर्मियों द्वारा की गई कार्रवाई के बाद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन समाप्त कर दिया है। हालांकि पाकिस्तान से आए वीडियो में दिख रहा है कि सड़कों पर खाली कारतूस बिखरे पड़े हैं। वीडियो पर इंटरनेशन ह्यूमन राइट्स फाउंडेशन ने भी संज्ञान लिया है और पाकिस्तान को जमकर खरी-खोटी सुनाई है। इस बीच पाकिस्तान की सेना ने प्रदर्शनकारियों को देखते ही गोली मार देने के आदेश भी जारी कर दिए हैं।
‘ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान लेने की कोशिश’
इमरान खान की पार्टी PTI ने सुरक्षाकर्मियों की कार्रवाई को ‘फासीवादी सैन्य शासन’ में की गई ‘नरसंहार’ की कोशिश करार दिया है। कहा जा रहा है कि पुलिस ने करीब 450 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया है। खान की पार्टी ने कहा है कि सुरक्षाकर्मियों ने ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान लेने के इरादे से प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान में सुरक्षाबलों द्वारा की गई कार्रवाई में कम से कम 6 लोग मारे गए हैं। PTI ने कहा कि देश में खून-खराबा हो रहा है। बता दें कि पिछले साल अगस्त से जेल में बंद इमरान खान ने 24 नवंबर को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के लिए ‘अंतिम आह्वान’ किया था। यह आह्वान उन्होंने 13 नवंबर को किया था।
ह्यूमन राइट्स फाउंडेशन ने भी उठाए सवाल
वहीं, इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स फाउंडेशन ने पाकिस्तान के हालात पर कहा है, ‘अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संस्था (IHRF) शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पाकिस्तानी राज्य द्वारा बल के क्रूर प्रयोग की निंदा करती है। पाकिस्तान में सत्तावादी शासन द्वारा न्यायेतर अपहरण, राजनीतिक उत्पीड़न और अंतरराष्ट्रीय दमन की रिपोर्टें वैश्विक ध्यान आकर्षित करती रहती हैं। हम अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से पाकिस्तान में सैन्य जुंटा समर्थित शासन को जवाब देने का आग्रह करते हैं, जो कथित तौर पर बड़े पैमाने पर धांधली वाले चुनाव के माध्यम से सत्ता में आया है।’ फाउंडेशन ने इमरान खान को जेल में बंद किए जाने की भी आलोचना की है।