कोरबा- रायगढ़ के मध्य मेमू ट्रेन चलाने पर मंडल रेल प्रबंधक ने सैद्धांतिक सहमति प्रदान की। साथ ही पिटलाइन का काम मार्च 2025 तक तथा मार्च 2026 तक चौथी लाइन का काम होने पर बिलासपुर से चलने वाली अन्य ट्रेनों का विस्तार कोरबा तक करने का आश्वासन दिया।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर (एसईसीआर) की मंडल रेल उपभोक्ता सलाहकार समिति की बैठक मंडल रेल प्रबंधक प्रवीण पांडेय की अध्यक्षता में आयोजित की गई। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक, अनुराग कुमार सिंह द्वारा मंडल की उपलव्धियों एवं आगामी कार्य-योजनाओं, अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत मंडल के विभिन्न स्टेशनो मे कराई जानी वाली विकास कार्यो आदि की जानकारी दी गई। तत्पश्चात समिति के सदस्यों द्रारा भेजे गये एजेंडा तथा सुझावों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। सदस्यों ने विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित मुद्दों के माध्यम से स्थानीय स्तर की समस्याओं तथा जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप विभिन्न स्टेशनों में यात्री सुविधा का विस्तार करने की आवश्यकताओं से अवगत कराया गया। विभिन्न स्टेशनों में यात्री सुविधाओं व रेलवे विकास से संबंधित अनेक मुद्दों पर भी चर्चा हुई। कोरबा से उपस्थित सदस्य अखिल अग्रवाल ने बताया कि बैठक में कई बिंदुओं पर चर्चा की गई। रेल प्रबंधन ने स्टेशन के मेन गेट को बिना पूर्व सूचना दिए बंद कर दिया गया और जिस स्थान से प्रवेश द्वार बनाया, वहां काम पूरा नहीं किया है। इस पर डीआरएम ने व्यवस्था दुरूस्त करने अधिकारियों से कहा। इसी तरह प्रेजेंटेशन के दौरान बिलासपुर में हावड़ा- मुंबई सभी ट्रेन का स्टापेज बताने कहा गया कि कोरबा, चिरमिरी, पेंड्रा से ब्रांच लाइन से भी कनेक्टिविटी दिया जाए, ताकि यात्रियों का इसका लाभ मिल सके। अग्रवाल ने बताया कि बिलासपुर से चलने वाली रीवां, भोपाल, इंदौर एक्सप्रेस समेत कुछ अन्य ट्रेन का विस्तार करने कहा गया, तब डीआरएम ने कहा कि चौथी लाइन का काम चल रहा है, जो मार्च 2026 तक पूरा होगा। इसके बाद इन ट्रेनों का विस्तार कोरबा तक किया जा सकता है। अग्रवाल ने बताया कि रायगढ़ तक मेमू लोकल दो फेरा चलाने डीआरएम ने आश्वस्त किया है। पिटलाइन शुरू होने पर छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस भी कोरबा से चलने लगेगी। बैठक में वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अनुराग कुमार सिंह, मुख्य परियोजना प्रबंधक एमके सिंह, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक डा प्रकाश चंद्र त्रिपाठी एवं अन्य शाखा अधिकारियों समेत मंडल रेल उपभोक्ता सलाहकार समिति के अखिल अग्रवाल समेत 13 सदस्य शामिल हुए।
फरवरी 2025 तक पूरा होगा स्टेशन का नवीनीकरण कार्य
चर्चा के दौरान अग्रवाल द्वारा स्टेशन में किए जा रहे नवीनीकरण कार्य के संबंध में जानकारी ली और पूर्ण होने की अवधि बताने कहा। इस पर डीआरएम ने कहा कि 28 फरवरी 2025 तक काम पूर्ण कर लिए जाने की उम्मीद है। काम की गति धीमी होने की बात पर डीआरएम ने अधीनस्थ अधिकारियों से कहा कि काम पर नियमित रुप से मानीटरिंग करें, ताकि समय सीमा पर पूर्ण हो सके। अग्रवाल ने कोरबा, उरगा समेत अन्य स्टेशन में भी सोलर पैनल समेत अन्य कार्य करने का प्रस्ताव रखा।
रेलवे ने अधिकांश मांग बताई अधिकार क्षेत्र से बाहर
रेलवे द्वारा बैठक के पहले ही सदस्यों से प्रस्ताव मंगाए गए थे। इस पर अखिल अग्रवाल ने छह प्रस्ताव भेजे थे। इसमें बिलासपुर- इंदौर, बिलासुर- रीवां, बिलासपुर- भोपाल पैसेंजर का विस्तार कोरबा तक करने, कोरबा से जयपुर के लिए सीधी ट्रेन चलाने के प्रस्ताव पर रेल प्रबंधन ने लिखित में दो टूक कह दिया कि यह अधिकार मंडल क्षेत्र में नही बल्कि रेलवे बोर्ड के क्षेत्राधिकार में है। इसके अलावा कोरोना काल में गेवरा रोड़ से बंद की गई ट्रेन छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस, शिवनाथ, रायपुर व बिलासपुर पैसेंजर को पुन: चालू करने पर रेलवे ने कहा कि इन ट्रेनों का परिचालन का विशेषाधिकार जोनल रेलवे के अंतर्गत आता है।
तीसरी व चौथी लाइन के बाद स्टेशन कनेक्टिंग ट्रेन होंगे शुरू- डीआरएम
डीआरएम पांडेय ने मंडल में चल रहे अधोसंरचना विकास के अंतर्गत तीसरी लाइन, चौथी लाइन के कार्यों से अवगत कराया। साथ ही मंडल की प्राथमिकताओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि अनूपपुर-कटनी तीसरी लाइन का नान इंटरलॉकिंग कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है | इसी प्रकार बिलासपुर-झारसुगुड़ा चौथी लाइन का नान इंटरलाकिंग कार्य भी लगभग पूरे होने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि कोरबा समेत 16 स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत सर्व सुविधायुक्त बनाने का कार्य चल रहा है। अनूपपुर-कटनी तीसरी लाइन तथा बिलासपुर-झारसुगुड़ा चौथी लाइन का कार्य पूरा होते ही पूरे मंडल के सभी प्रमुख स्टेशनों में कनेक्टिंग ट्रेनों का परिचालन संभव होगा। साथ ही यात्री गाड़ियों का समयबद्ध परिचालन भी सुनिश्चित होगा।