न्यूज़ जांजगीर-चांपा । विवाह एक संस्कार माना गया हैं । इसमें केवल दो-लोगों का ही मिलन नहीं बल्कि दो अनजान परिवार का मिलन होता हैं और जन्म-जन्मांतर के लिए एक हो जाते हैं । इसके साथ तमाम रिश्ते-नाते जुड़ते हैं और बन जाता हैं संबंधों का एक अटूट ताना-बाना । यह बात सही भी है तभी तो सनातन धर्म में कहा जाता हैं कि जोड़ियां स्वर्ग में बनती हैं बस धरती पर उन्हें हकीकत रुप दिया जाता हैं । शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चांपा में सहायक प्राध्यापक वाणिज्य रहे तथा अक्षर साहित्य परिषद चांपा के उपाध्यक्ष व साहित्यकार शशिभूषण सोनी ने बताया कि मेरे परममित्र प्राचार्य डॉ डी आर लहरे और उनकी स्मृति अर्द्धांगिनी श्रीमति विमला देवी लहरे जी के सुपुत्र डॉ पूष्पेद्र लहरे के विवाह उपरांत वैवाहिक आशीर्वाद समारोह में शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ ।
डॉ पुष्पेंद्र का विवाह मुड़पार बेमेतरा निवासी पी आर चतुविज- श्रीमति किरण लता की सुपुत्री डॉ वसुधा के साथ पुजारी पार्क टिकरापारा रायपुर में रविवार दिनांक 24 नवंबर, 2024 को यज्ञ में उठता हुआ । पवित्र धुआं, बरातियों का हुजुम, शहनाई की मधुर धुन, तन के साथ मन के गठबंधन के साथ हर्षोल्लास पूर्वक सम्पन्न हुआ । वैवाहिक कार्यक्रम के उपरांत वैवाहिक आशीर्वाद समारोह रंगमहल रिसार्ट चांपा में आयोजित किया गया था, जिसमें बड़ी संख्या में इष्टमित्र शामिल हुए । इनमें मुख्यतः श्रीमती योगेश्वरी – खेमलाल, श्रीमति मोगरा – देवा लहरे, श्रीमति रितका कमलेश, श्रीमति निर्मला -हरनारायण, श्रीमति प्रमिला -जयसिंह, श्रीमति वर्षा – सचिन, श्रीमति ललिता -दीप लहरे सहित डॉ बसंत कुमार डहरिया, प्राचार्य शासकीय महाविद्यालय बिर्रा, जी पी पाटले, शासकीय महिला महाविद्यालय जांजगीर,बंशीधर दीवान प्राचार्य शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चांपा, भूपेंद्र पटेल प्राचार्य शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नवागढ़, डॉ बृजमोहन जागृति शिशु रोग विशेषज्ञ शासकीय बिसाहू दास महंत चिकित्सालय चांपा, डॉ श्रीमति धनेश्वरी जागृति बहनजी, श्रीमति शशिप्रभा सोनी पूर्व पार्षद तथा सामाजिक कार्यकर्ता चांपा, दैनिक राजधानी से जनता तक संपादक शनि कुमार लहरे, संपादकीय लेखक शशिभूषण सोनी, महेश राठौर मलय, डॉ श्रीमति प्रभा गुप्ता, डॉ दांडेकर, नागेंद्र गुप्ता, संतोष सोनी, पत्रकार विवेक शर्मा
सहित अन्यान्न्य लोग मौजूद रहे ।
डॉ धनेश्वरी जागृति, श्रीमति शशिप्रभा सोनी, आलोक कुमार सोनी ने बताया कि विवाह यानी कि युवक-युवती के लिए एक नए जीवन का प्रारंभ ! जिंदगी में एक-बार आने वाला विवाह के दिन को यादगार बनाने की तमन्ना वर-वधू और उनके घर-परिवार के हर सदस्य की होती हैं सभी चाहते हैं कि आशिर्वाद समारोह शानदार हो । आयोजन स्थल रंगमहल परिसर किसी परी लोक जैसा ही लग रहा था तथा आमंत्रित लोग बड़ी संख्या में आएं और वर-वधू को शुभाशीष दे कर व भोजनादि करके संतुष्ट होकर जाएं । ऐसा ही आशिर्वाद समारोह कोसा, कांसा और कंचन की नगरी चांपा के विशाल रंगमहल रिसार्ट में चिरंजीव डॉ पुष्पेंद्र लहरे संग सौभाग्य कांक्षी डॉ वसुधा चतुर्विज की शानदार आयोजन में देखने को मिली ।
समारोह में श्रीमति सविता, गायत्री, सुकृता,बद्रीकाबाई, सुशीला, कविता, भगवती लहरे, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ बृजमोहन जागृति, डॉ अमित स्वर्णकार सुप्रसिद्ध दंत चिकित्सक, श्रीमति शीला स्वर्णकार, सुप्रसिद्ध दंत चिकित्सक डॉ धनेश्वरी जागृति, सहित विशेष रूप से महाविद्यालय स्टाफ चांपा, जांजगीर, बिर्रा , सारंगढ़ सहित आस-पास के अन्यान्न्य लोग नव-दाम्पत्य जोड़ें को बधाईयां एवं शुभकामनाएं देकर साक्षी बने ।