कोरबा – राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए पाकिस्तान से जुड़े जासूसी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में एनआईए ने छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक संदिग्ध की तलाश की है, जो फरार है।
एनआईए की जांच में पता चला है कि निलंबित सीआरपीएफ जवान मोती राम जाट, जो वर्तमान में एनआईए की हिरासत में है, के साथ इस संदिग्ध के संबंध थे। जाट ने 2015-2017 तक रायपुर के बाराडेरा कैंप में सेवा की थी और अक्सर गरियाबंद जिले में तैनात रहा था।
एनआईए ने अपनी जांच में पाया कि जाट ने कोरबा स्थित संदिग्ध के साथ एक गुप्त संबंध विकसित किया था, जो अब फरार है। जांच एजेंसी ने कई स्थानों से संवेदनशील वित्तीय बहीखाते, एन्क्रिप्टेड डिजिटल डिवाइस और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए हैं।
एनआईए ने इस मामले में 8 राज्यों में व्यापक छापेमारी की है, जिसमें छत्तीसगढ़ भी शामिल है। एजेंसी ने बताया कि संदिग्ध की तलाश की जा रही है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
छत्तीसगढ़ पुलिस ने बताया कि एनआईए के अभियानों के बारे में उनके साथ कोई पूर्व सूचना साझा नहीं की गई थी। हालांकि, राज्य के आंतरिक खुफिया तंत्र के सूत्रों ने बताया कि गुप्त निगरानी इकाइयों को सक्रिय किया गया है ताकि संदिग्ध की तलाश की जा सके।
एनआईए ने लोगों से अपील की है कि अगर किसी को इस मामले में कोई जानकारी मिलती है, तो वह तुरंत एनआईए से संपर्क करे। एजेंसी ने बताया कि इस मामले में किसी भी तरह की जानकारी गोपनीय रखी जाएगी और सूचनादाता की पहचान भी सुरक्षित रखी जाएगी।
इस मामले में एनआईए की जांच अभी भी जारी है और एजेंसी ने बताया कि जल्द ही इस मामले में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।