Tuesday, October 21, 2025

नाम बड़े और दर्शन छोटे : मंत्री जी की दीपावली पर ‘सोहन पापड़ी’ फिर चर्चा में — जनता बोली, मिठास नहीं मज़ाक भेजा गया! आखिर कौन दे रहा मंत्री जी को मजाकिया पूर्ण आइडिया

कोरबा।
कहते हैं — हर राजा अकबर नहीं होता और हर सलाहकार बीरबल नहीं होता। यह कहावत इन दिनों प्रदेश के एक मंत्री जी पर सटीक बैठ रही है। दीपावली पर पत्रकारों के लिए भेजी गई “सोहन पापड़ी” ने मंत्री जी को एक बार फिर चर्चा के केंद्र में ला दिया है।

पिछले वर्ष की तरह इस बार भी मंत्री जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के साथ अपनी तस्वीर छपवाकर सोहन पापड़ी के डिब्बे पत्रकारों को भिजवाए। सोशल मीडिया और पत्रकारों के बीच यह गिफ्ट अब मिठाई से ज्यादा “मजाक” का विषय बन गया है।

लोगों का कहना है — “नाम बड़े और दर्शन छोटे”, अगर कुछ देना ही था तो कुछ बेहतर सोच सकते थे। कईयों ने तो यह भी कहा कि “कुछ नहीं देते तो भी प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की फोटो के साथ अपनी तस्वीर लगाकर मज़ाक तो नहीं उड़ता।”

अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिर मंत्री जी को ऐसे मजाकिया सुझाव कौन दे रहा है?
चर्चाओं का रुख मंत्री जी के सलाहकारों की ओर है — जिन पर यह आरोप है कि वे मंत्री जी की छवि को मज़बूत करने के बजाय हास्यास्पद बना रहे हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि “ऐसे सलाहकार दीमक की तरह होते हैं, जो धीरे-धीरे राजनीतिक करियर को खोखला कर देते हैं।”

जनता का मानना है कि मंत्री जी को समय रहते अपनी टीम और तौर-तरीकों की समीक्षा करनी चाहिए, वरना परिणाम दूरगामी और नुकसानदेह हो सकते हैं।

एक रिपोर्ट के अनुसार, विधानसभा क्षेत्र मे मंत्री जयसिंह अग्रवाल के प्रति जनता की जो मनोदशा 15 वर्ष बाद देखने को मिली थी, वही भावनाएं वर्तमान मंत्री के दो साल के कार्यकाल में ही नजर आने लगी हैं — जो राजनीतिक दृष्टि से शुभ संकेत नहीं माने जा रहे।

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