Friday, December 27, 2024

BREAKING : मोहन मरकाम ने ली मंत्री पद की शपथ:राजभवन में राज्यपाल ने दिलाई शपथ, समारोह में सीएम भूपेश बघेल भी मौजूद

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राजभवन में मोहन मरकाम ने मंत्री पद की शपथ ले ली है। राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचंदन ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में सीएम भूपेश बघेल के साथ मुख्य सचिव अमिताभ जैन में मौजूद रहे।

कांग्रेस में हुए बदलाव पर पूर्व सीएम रमन सिंह ने तंज कसा है। उनके मुताबिक मोहन मरकाम को 100 दिनों का मंत्री बनाकर मरकाम को झुनझुना पकड़ा दिया गया, जिस पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा रमन सिंह अपना देखें अपने पार्टी का देखें वहां उनकी स्थिति क्या है। उनके सीनियर उनके साथ जो मिनिस्टर रहे बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, प्रेम प्रकाश पांडे उनकी स्थिति क्या है। पहले वह उनका हित देखें, उनको मान सम्मान तो दे दें। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि बीजेपी वाले अपने को गीला होने से बचाएं, दूसरों के घर पर छाता तानने की कोशिश ना करें।

मंत्री पद मिलते ही सीएम से मिलने पहुंचे मरकाम
मोहन मरकाम को मंत्री पद मिलने का ऐलान जैसे ही हुआ उसके बाद वे आभार प्रकट करने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलने पहुंचे और कैबिनेट में शामिल करने के लिए धन्यवाद दिया। सीएम भूपेश के साथ मुलाकात की फोटो भी मरकाम ने सोशल मीडिया में साझा की है और लिखा कि हैं तैयार हम, अबकी बार 75 पार। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि जन-जन के प्रिय, छत्तीसगढ़ को दुनिया भर में ‘मॉडल’ के रूप में स्थापित करने वाले, देश के नंबर 1 मुख्यमंत्री यशस्वी भूपेश बघेल को मुझे मंत्रिमंडल में शामिल करने के लिए हार्दिक आभार। नवा छत्तीसगढ़ की इस यात्रा में अब नई भूमिका में जनसेवा करने का अवसर मेरे लिए सौभाग्य का विषय है। इस अहम जिम्मेदारी की घोषणा के बाद मुख्यमंत्री से मिलकर धन्यवाद दिया।

टेकाम ने कहा – इस्तीफा दिया नहीं लिया जाता है
इस्तीफे के बाद प्रेमसाय सिंह टेकाम ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि मंत्रिमंडल में किसी को रखना और किसी को नहीं रखना मुख्यमंत्री पर निर्भर करता है। मुझसे कहा गया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का निर्देश है कि आपको इस्तीफा देना है। जब टेकाम से ये पूछा गया कि क्या आपने इस्तीफा दे दिया, तब उन्होंने कहा कि इस्तीफा दिया नहीं,लिया जाता है और मैंने प्रक्रिया का पालन किया है। उन्होंने कहा, संगठन और मंत्रिमंडल में फेरबदल चलते रहता है। संगठन और पार्टी की प्रक्रिया है। चुनाव में काम करना है। पार्टी का जो निर्देश होगा उसमें काम करना है।

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