21 सितंबर को लोकसभा में चंद्रयान पर चर्चा के दौरान BJP सांसद रमेश बिधूड़ी ने BSP सांसद दानिश पर अभद्र टिप्पणी की। जिसको लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है।
विपक्ष की चार पार्टियां दानिश का समर्थन करते हुए बिधूड़ी पर कार्रवाई की मांग कर रही हैं। कांग्रेस, DMK, NCP और TMC ने शुक्रवार को स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखा।
लेटर में मांग की गई कि बिधूड़ी के आचरण और टिप्पणियों का मामला संसद की विशेषाधिकार समिति को भेजा जाए और उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए।
विपक्षी दलों ने चिठ्ठी में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी का उदाहरण दिया, जिन्हें मानसून सत्र में एक अपमानजनक टिप्पणी के लिए निलंबित कर दिया गया था, लेकिन भाजपा सांसद के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है।
चिठ्ठी में भाजपा सांसद के खिलाफ कार्रवाई की मांग
स्पीकर को चिठ्ठी लिखने वालों में अधीर रंजन चौधरी भी शामिल हैं। उन्होंने लिखा, दानिश अली एक अल्पसंख्यक समुदाय से हैं। उनके खिलाफ असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल किया गया। इससे भी अधिक खेदजनक और क्या होगा कि ये घटना तब हुई जब संसदीय इतिहास के 75 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाया जा रहा था।
हमारी मांग है कि इस मामले की विशेषाधिकार समिति द्वारा विस्तार से जांच की जाए और दोषी सदस्य रमेश बिधूड़ी के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाए।
इसी तरह के लेटर DMK नेता कनिमोझी, TMC सांसद अपरूपा पोद्दार और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले ने भी लिखे। कनिमोझी ने अपने पत्र में कहा, अपने भाषण के दौरान रमेश बिधूड़ी ने दानिश अली के खिलाफ सबसे खराब, अपमानजनक अपशब्दों का इस्तेमाल किया, जो लोकसभा के रिकॉर्ड का हिस्सा हैं।
INDIA गठबंधन को मिला एक नया मुद्दा
जिन चार दलों ने स्पीकर को चिठ्ठी लिखी है। वे सभी विपक्षी गठबंधन INDIA का भी हिस्सा हैं। यह मुद्दा विशेष रूप से सीट-बंटवारे विवादों, CPM द्वारा समन्वय समिति में एक सदस्य को नामित करने से इनकार करने और जाति जनगणना जैसे मुद्दों पर मतभेदों को लेकर चल रही अटकलों के बीच सभी को फिर से एक साथ लाने में मदद कर सकता है।