दुर्ग जिले के भिलाई स्थित जयंती स्टेडियम में पंडित धीरेंद्र शास्त्री की हनुमंत कथा के दौरान एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। कथा में शामिल हुई एक युवती ने पंडित शास्त्री से व्यक्तिगत रूप से मिलने की इच्छा जताई, लेकिन सुरक्षा और आयोजन की वजह से उसे अवसर नहीं मिल सका।
निराशा और मानसिक तनाव के चलते युवती ने अचानक मंच के पास पहुंचकर अपने हाथ की नस काटने का प्रयास किया। इस घटना से वहां मौजूद श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी मच गई।
सूचना मिलते ही मंच से पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने भावुक अपील करते हुए कहा कि किसी भी भक्त को इस तरह का कदम नहीं उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आस्था और भक्ति का मार्ग सकारात्मकता से भरा होना चाहिए, आत्मघाती कदम से नहीं।



