Chhattisgarh Police , रायपुर। छत्तीसगढ़ में जबरन और प्रलोभन देकर किए जा रहे धर्मांतरण के मामलों पर पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है। रविवार को राज्य के विभिन्न जिलों से तीन अलग-अलग मामले सामने आए, जिनमें लोगों को बहला-फुसलाकर उनके धार्मिक विश्वास बदलवाने का प्रयास किया जा रहा था। शिकायतों के आधार पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक महिला पास्टर भी शामिल है।
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तीन जिलों में एक साथ कार्रवाई
पुलिस के अनुसार, रायपुर, दुर्ग और बलौदाबाजार जिलों में धर्मांतरण की कोशिशों की शिकायतें मिली थीं। ग्रामीणों ने बताया कि कुछ लोग घर-घर जाकर आर्थिक सहायता, शिक्षा, नौकरी और इलाज का लालच देकर मतांतरण करने का दबाव बना रहे थे। पुलिस की टीमों ने इन स्थानों पर दबिश देकर पास्टरों और उनके सहयोगियों को हिरासत में लिया।
धर्मांतरण में सक्रिय दलाल भी पकड़े गए
इन मामलों में गिरफ्तार किए गए छह आरोपियों में से तीन पास्टर बताए जा रहे हैं, जबकि अन्य तीन दलाल हैं जो लोगों को लालच देकर धार्मिक गतिविधियों में शामिल कराने का काम करते थे। इनमें एक महिला पास्टर की भूमिका भी सामने आई है, जिस पर कई परिवारों को जबरन प्रार्थना सभाओं में ले जाने और मतांतरण के लिए दबाव बनाने के आरोप लगे हैं।
स्थानीय लोगों ने दी थी शिकायत
गांवों में रहने वाले कई लोगों ने पुलिस से शिकायत की थी कि कुछ व्यक्ति लगातार उनके घरों पर आकर धर्म बदलने का दबाव डाल रहे थे। विरोध करने पर उन्हें तरह-तरह के धमकी भरे संदेश भी दिए जा रहे थे। इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने तत्काल जांच की और साक्ष्य मिलने पर गिरफ्तारी की।
पुलिस की सख्त कार्रवाई जारी
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में मतांतरण से जुड़े मामलों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। किसी भी प्रकार का प्रलोभन, जबरदस्ती या झूठे वादों के आधार पर किए गए मतांतरण को थामने के लिए विशेष टीमों को सक्रिय किया गया है। सभी जिलों में सूचना नेटवर्क को मजबूत किया गया है, ताकि ऐसे मामलों पर तुरंत कार्रवाई हो सके।

