Monday, July 7, 2025

छत्तीसगढ़ में पुलिसकर्मियों को अब मिलेगा वीकली ऑफ:मैदानी और नक्सल इलाके में तैनात जवानों के लिए अलग-अलग व्यवस्था; जारी हुआ सर्कुलर

इमरजेंसी में यह अवकाश निरस्त हो सकता है और आगे जमा हो सकता है।छत्तीसगढ़ में पुलिस कर्मचारियों के वीकली ऑफ का सर्कुलर जारी हो गया है। पुलिस मुख्यालय से यह सर्कुलर जारी किया गया है। इसके मुताबिक मैदानी इलाकों में तैनात पुलिसकर्मियों को सप्ताह में एक दिन का ऑफ मिलेगा। वहीं नक्सली इलाकों में तैनात पुलिस जवानों को 3 माह में एक बार 8 दिन का अवकाश मिलेगा।

जारी सर्कुलर में कहा गया है कि थाने में पोस्टेड पुलिस कर्मियों में सबसे पहले कांस्टेबल से टीआई स्तर तक के अधिकारी कर्मचारियों को साप्ताहिक अवकाश का लाभ मिलेगा। इसके अलावा पूरी प्रक्रिया और शर्तों का भी सर्कुलर में जिक्र है।

नक्सल इलाकों में एक साथ 8 दिन छुट्टी

यदि कोई थाने में पोस्टेड कर्मी रात में ड्यूटी करता है तो उसे ड्यूटी के बाद पूरे 24 घंटे की छुट्टी हफ्ते में एक बार दी जाएगी। यानी कोई पुलिसकर्मी यदि रात में ड्यूटी करने के बाद घर जाता है, तो उसे उस दिन और अगले दिन के सुबह ड्यूटी टाइमिंग तक अवकाश मिलेगा।

इसके अलावा नक्सल प्रभावित और दुर्गम क्षेत्र में पदस्थ जिला पुलिस बल के अधिकारियों कर्मचारियों के लिए अलग व्यवस्था की गई है। उन्हें साप्ताहिक अवकाश नहीं मिलेगा, इसकी जगह पर 3 महीने में एक बार 8 दिन का अवकाश दिया जायेगा।

कुछ दिन पहले DGP ने आदेश का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए थे।
कुछ दिन पहले DGP ने आदेश का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए थे।

SP तैयार करेंगे रोस्टर

आदेश के मुताबिक, सभी जिलों के SP अपने-अपने जिलों के थाना और चौकियों में पोस्टेड पुलिस कर्मियों का रोस्टर तैयार करेंगे। जिससे पुलिसकर्मियों को पता हो कि उनका साप्ताहिक अवकाश किस दिन होगा। इसमें हर एक पुलिसकर्मी का दिन तय होगा उसे हर हफ्ते उसी दिन छुट्टी मिलेगी। यानी की मंगलवार को किसी पुलिसकर्मी को छुट्टी मिलेगी तो अगले हफ्ते भी उसे मंगलवार को ही छुट्टी मिलेगी।

इमरजेंसी में यह अवकाश निरस्त हो सकता है और आगे जमा हो सकता है।
इमरजेंसी में यह अवकाश निरस्त हो सकता है और आगे जमा हो सकता है।

इमरजेंसी की स्थिति के लिए निर्देश

किसी कारण से VIP प्रोटोकॉल ड्यूटी या कानून व्यवस्था के कारण साप्ताहिक अवकाश नहीं मिलता तो उसकी छुट्टी जमा हो जाएगी। इसी महीने उसे ये ऑफ देने की कोशिश भी करनी होगी। इसके अलावा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में छुट्टियां कैंसिल होती है तो आखिरी फैसला इकाई प्रमुख का होगा होगा।

SP को छुट्टी निरस्त करने पर देनी होगी जानकारी

इस छुट्टी को निरस्त करने की अनुमति संबंधित पुलिस अधीक्षक ही देंगे। उसके बाद SP को ये जानकारी पुलिस उप महानिरीक्षक, पुलिस महानिरीक्षक रेंज को देनी होगी। साथ ही साप्ताहिक अवकाश की सुविधा किसी अन्य अवकाश के साथ जोड़ी नहीं जायेगी। न ही इसे आगे बढ़ाया जाएगा (Carry forward), इसका नगदीकरण (Encashment) भी नहीं होगा।

इन जगहों पर पोस्टिंग से नहीं मिलेगा लाभ

यह आदेश पुलिसकर्मियों पर लागू नहीं होंगा जो पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उप महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के सीनियर अफसरों के ऑफिस में पोस्टेड है। इसी प्रकार ये छुट्टी पुलिस मुख्यालय/छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल मुख्यालय/रेडियो मुख्यालय/ट्रेनिंग स्कूल और अकादमी में पोस्टेड पुलिसकर्मियों पर लागू नहीं होंगे।

कांग्रेस सरकार ने किया था ऐलान

कांग्रेस सरकार ने 2019 में पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश देने का ऐलान किया था, आदेश भी जारी हुए थे लेकिन उस पर अमल नहीं हो पाया था। भाजपा की सरकार बनने के बाद उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने पुलिस जवानों को अवकाश दिए जाने की बात कही थी। अब उसी आश्वासन के आधार पर आदेश जारी हुआ है।

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