Lokbhavan Chhattisgarh , रायपुर। छत्तीसगढ़ में शासन-प्रशासन से जुड़ा एक बड़ा निर्णय सामने आया है। राज्य का राजभवन अब नए नाम ‘लोकभवन’ के रूप में जाना जाएगा। गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी पत्र के बाद मंगलवार को राज्यपाल के सचिव डॉ. सी.आर. प्रसन्ना ने नाम परिवर्तन का आधिकारिक आदेश जारी कर दिया है। आदेश के बाद अब से सभी सरकारी दस्तावेजों, पत्राचार और शासकीय प्रयोजनों में ‘राजभवन’ की जगह ‘लोकभवन’ लिखा और पढ़ा जाएगा।
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राज्यपालों के सम्मेलन 2024 में आया था नाम बदलने का प्रस्ताव
राज्यपाल सचिव ने जानकारी दी कि वर्ष 2024 में आयोजित राज्यपालों के सम्मेलन में देशभर के राजभवनों का नाम बदलकर ‘लोकभवन’ रखने का सुझाव दिया गया था। यह सुझाव प्रशासनिक पारदर्शिता और जनसंपर्क की भावना को अधिक मजबूत करने के उद्देश्य से दिया गया था।
उसी प्रस्ताव के अनुरूप गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को दिशानिर्देश भेजे थे, जिसके परिपालन में अब छत्तीसगढ़ ने आधिकारिक रूप से यह कदम उठा लिया है।
अब सभी शासकीय प्रक्रियाएं नए नाम से
जारी आदेश के मुताबिक—
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सभी सरकारी पत्रों में ‘लोकभवन’ का उपयोग अनिवार्य होगा।
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राज्यपाल कार्यालय से जारी होने वाले आदेश, अधिसूचनाएं और आधिकारिक दस्तावेज नए नाम से प्रकाशित होंगे।
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राज्य सरकार के विभागों और विभिन्न संस्थानों को भी अपने रिकॉर्ड और वेबसाइटों में संशोधन करने के निर्देश दिए जाएंगे।
जनता के भाव से जुड़ाव का प्रयास
नाम परिवर्तन को आम नागरिकों के बीच राज्यपाल कार्यालय की पहुंच और सहभागिता को और सुदृढ़ करने की दिशा में एक कदम माना जा रहा है। अधिकारियों का मानना है कि ‘लोकभवन’ नाम जनता से अधिक भावनात्मक और सांस्कृतिक रूप से जुड़ा हुआ है।इस बदलाव को लेकर राज्य में प्रशासनिक हलकों में चर्चा तेज है, वहीं कई लोगों ने इसे स्वागत योग्य कदम बताते हुए कहा है कि इससे शासन में अपनापन और सहभागिता का संदेश जाएगा।
अन्य राज्यों में भी लागू होने की तैयारी
सूत्रों के अनुसार, केंद्र सरकार के इस निर्देश के बाद आने वाले समय में अन्य राज्य भी अपने-अपने राजभवनों के नाम बदलकर ‘लोकभवन’ करने की प्रक्रिया अपना सकते हैं।

