छत्तीसगढ़ के बिलासपुर स्वास्थ्य विभाग के तमाम दावों के बाद भी डायरिया और मलेरिया का प्रकोप कम नहीं हो रहा है। कलेक्टर के अलर्ट जारी करने के बाद भी लगातार नए मरीज मिलने का सिलसिला जारी है। बुधवार को कोटा क्षेत्र में मलेरिया के 16 नए मरीज मिले हैं।
वहीं रतनपुर क्षेत्र में डायरिया के 20 मरीजों की पहचान की गई है। मौसमी बीमारी की कहर को देखते हुए जिला प्रशासन ने सिम्स, जिला अस्पताल के साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और उपस्वास्थ्य केंद्रों में बेड की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
मलेरिया से चार की मौत हो चुकी
कोटा में मलेरिया तो रतनपुर में डायरिया का प्रकोप चल रहा है। इलाके में बीते 15 दिन से लगातार इनके मरीज मिल रहे हैं। मलेरिया से चार की मौत हो चुकी है। वहीं, डायरिया से भी एक जान जा चुकी है।
स्वास्थ्य विभाग की तमाम कोशिशों के बाद भी बीमारी पर काबू नहीं पाया जा सका है। अब डायरिया-मलेरिया से निपटने के लिए जिला प्रशासन के अफसर भी मुस्तैद हैं और लगातार क्षेत्र में सक्रिय हैं।
कोटा में मलेरिया का कहर जारी
कोटा में 16 जुलाई से मलेरिया के मरीज मिलने शुरू हुए हैं। 23 जुलाई की स्थिति तक 58 मरीज मिल चुके हैं। मंगलवार को भी कोटा क्षेत्र के प्रभावित गांव में मलेरिया के मरीज मिलने का सिलसिला जारी है। 15 नए मरीज की पहचान की गई है।
मंगलवार को ग्राम केंदा में चार, शिवतराई में एक, बेलगहना में एक, चपोरा में चार, बेलगहना के फुलवारीपारा में चार, अमागोहन में एक और शक्तिबेहरा में एक मरीज की पहचान की गई है।
इन क्षेत्रों में मलेरिया तेज गति से फैल रहा
मौजूदा स्थिति में कोटा का ग्राम टांटीधार, छुईहा, छीरपारा, परसापानी, लेमर, सिलपहरी, उपका, करहीकछार, पासापानी, उमरिया, नवाडीह, बेहरामुड़ा के साथ अन्य गांव में मलेरिया के मरीज सक्रिय हैं। आशंका है कि इन क्षेत्रों में मलेरिया तेज गति से फैल रहा है। नियंत्रण पर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले दिनों में इसके गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं।