Thursday, November 21, 2024

फारूक अब्दुल्ला बोले-जम्मू-कश्मीर आतंकी हमले की जांच अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां करें:एक दिन पहले दो टूरिस्ट पर आतंकियों ने फायरिंग की, भाजपा नेता को गोली मारी

- Advertisement -

फारूक अब्दुल्ला शोपियां और अनंतनाग में हुए आतंकी हमलों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। - Dainik Bhaskarजम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने शोपियां और अनंतनाग में हुए आतंकी हमलों पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय जांच एजेंसियों को इस मामले में जांच करनी चाहिए। ऐसी घटनाओं से टूरिज्म सेक्टर पर असर पड़ रहा है।

जम्मू-कश्मीर में शनिवार (18 मई) की रात एक घंटे के भीतर दो जगह आतंकी हमले हुए थे। पहली घटना अनंतनाग के पहलगाम के पास एक ओपन टूरिस्ट कैंप में हुई थी। यहां आतंकियों ने एक टूरिस्ट कपल को गोली मार दी थी। पति-पत्नी रिसॉर्ट में रुके हुए थे। उनकी हालत स्थिर है। कपल राजस्थान के जयपुर का रहने वाला है।

इस घटना के कुछ देर बाद शोपियां के हीरपोरा में रात करीब 10.30 बजे आतंकियों ने लोकल भाजपा नेता ऐजाज अहमद शेख को गोली मारी थी। ऐजाज अहमद को अस्पताल ले जाया गया था, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया था। ऐजाज अहमद पूर्व सरपंच थे।

पहली तस्वीर भाजपा नेता ऐजाज अहमद की है, जिनकी मौत हुई है। दूसरी तस्वीर जयपुर की फराह की है, जो अपने पति के साथ घूमने आई थी।
पहली तस्वीर भाजपा नेता ऐजाज अहमद की है, जिनकी मौत हुई है। दूसरी तस्वीर जयपुर की फराह की है, जो अपने पति के साथ घूमने आई थी।

अब्दुल्ला ने कहा- हमला किसी ने भी किया हो जांच जरूर होनी चाहिए
फारूक अब्दुल्ला ने कहा- आतंकवाद अभी भी यहां मौजूद है। चाहे वह (भाजपा नेता और पूर्व सरपंच ऐजाज अहमद शेख) किसी भी पार्टी के सदस्य हों या कोई आम आदमी, अगर किसी को निशाना बनाया जा रहा है तो मामले की जांच होनी चाहिए। चाहे उन्हें आतंकवादियों ने मारा हो या यहां के लोगों ने, किसी पर उंगली उठाने से पहले, इसकी तेजी से जांच होनी चाहिए।

पर्यटन उद्योग पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा
फारूक अब्दुल्ला ने कहा- इस तरह के हमलों से जम्मू-कश्मीर में पर्यटन उद्योग पर असर पड़ेगा। पहलगाम में पर्यटकों पर हमला किया गया। यह एक त्रासदी है, इससे हमारा पर्यटन उद्योग प्रभावित हो रहा है। मैंने कहा था कि जब तक आतंकवाद नहीं रुकता, तब तक हमारे पड़ोसी देश (पाकिस्तान) से कोई बातचीत नहीं होगी।

हमें उनसे सहयोग की जरूरत है। हमें उस व्यक्ति की पहचान करने की जरूरत है जो यहां आकर निर्दोषों की हत्या कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाया जाना चाहिए और अंतरराष्ट्रीय जांच एजेंसियों को मामले की जांच करनी चाहिए।

वोटिंग से पहले हुए दोनों हमले
जम्मू-कश्मीर में दोनों हमले तब हुए है, जब यहां आर्टिकल-370 हटने के बाद पहली बार लोकसभा चुनाव हो रहे हैं। 20 मई को पांचवें फेज में बारामूला सीट पर मतदान होना है। 25 मई को छठे फेज में अनंतनाग-राजौरी सीट पर मतदान होगा। उधमपुर और जम्मू में 19 और 26 अप्रैल को वोटिंग हो चुकी है। श्रीनगर में 13 मई को वोटिंग हुई थी।

- Advertisement -
Latest news
- Advertisement -
Related news
- Advertisement -