कोरबा, 10 जुलाई 2025 / कोरबा जिले में इस समय खरीफ सीजन की बुआई का कार्य अपने चरम पर है। झमाझम बारिश के बीच खेतों में रौनक लौट आई है और किसानों में उत्साह का माहौल है। इस पूरे कृषि चक्र को सुचारू बनाने के लिए राज्य सरकार एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार किसानों को समय पर और पर्याप्त मात्रा में खाद-बीज उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। शासन की प्राथमिकता है कि प्रदेश समेत जिले के किसी भी किसान को कृषि में समस्या महसूस न हो।
जिले की सभी सहकारी समितियों में खाद एवं बीज का भरपूर भंडारण किया गया है और वितरण की प्रक्रिया निरंतर पारदर्शी और सुगम ढंग से जारी है। समितियों के माध्यम से किसानों को यूरिया, डीएपी, पोटाश, सुपर फास्फेट, नैनो यूरिया सहित प्रमाणित एवं उन्नत किस्म के धान बीज जैसे – स्वर्णा, 1010, 1001 और 1156 का वितरण किया जा रहा है।
सहकारी समितियों में किसानों की सुविधा का विशेष ध्यान रखते हुए वितरण कार्य को इस तरह व्यवस्थित किया गया है कि किसानों को न तो लंबी कतार में लगना पड़ रहा है और न ही अनावश्यक इंतजार करना पड़ रहा है। किसान अपनी आवश्यकता अनुसार समितियों में पहुंचकर सुगमता से खाद-बीज प्राप्त कर रहे हैं।
आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित, सोनपुरी समिति के महाप्रबंधक श्री बरत साहू ने बताया कि शासन के निर्देशों के अनुसार समुचित भंडारण और समयबद्ध वितरण सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने जानकारी दी कि अब तक कुल 2,429.8 मीट्रिक टन खाद का वितरण किया जा चुका है। समिति में पंजीकृत लगभग 95 प्रतिशत किसान खाद-बीज का उठाव कर चुके हैं, और शेष किसानों को भी शीघ्र ही सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है।
श्री साहू ने यह भी बताया कि शासन द्वारा समय-समय पर आवश्यकतानुसार अतिरिक्त खाद-बीज भेजा जा रहा है, जिससे वितरण में कोई रुकावट न आए। यह सुनिश्चित किया गया है कि प्रत्येक किसान को उनकी जरूरत के अनुसार समुचित मात्रा में गुणवत्ता युक्त बीज और खाद प्राप्त हो। उन्होंने भरोसा जताया कि आगामी कुछ दिनों में शत-प्रतिशत किसानों को खाद-बीज का वितरण पूर्ण कर लिया जाएगा।
शासन की दूरदर्शी नीतियों और समय पर योजना क्रियान्वयन के परिणामस्वरूप इस वर्ष किसानों को खेती की शुरुआत में किसी भी प्रकार की कमी नहीं झेलनी पड़ी। परिणामस्वरूप जिले में खरीफ फसलों की बुआई का कार्य सुचारू रूप से आगे बढ़ रहा है और किसानों को इस वर्ष एक बेहतर फसल की उम्मीद है।