Wednesday, March 12, 2025

Holika Dahan 2025: होलिका दहन में न डालें ये चीजें, वरना जीवन हो जाएगा बर्बाद, जानें होली की अग्नि में क्या चढ़ाना चाहिए

Holika Dahan 2025: इस साल होलिका दहन 13 मार्च को किया जाएगा। हर साल फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि के दिन होलिका दहन किया जाता है। इस साल होलिका दहन के दिन भद्राकाल भी रहेगा। ऐसे में होलिका दहन के लिए शुभ मुहूर्त रात 11 बजकर 26 मिनट पर शुरू होगा और समाप्त मध्यरात्रि 12 बजकर 48 मिनट पर होगा। बता दें कि होलिका दहन को छोटी होली के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल, इस दिन लोग होलिका दहन के बाद एक-दूसरे को रंग-गुलाल भी लगाते हैं।

होलिका दहन से पहले पूजा की जाती है उसके बाद अग्नि जलाई जाती है। होलिका दहन के बाद परिक्रमा करने का भी विधान है। लोग कामना करते हैं कि होलिका दहन की आग में उनकी समस्त परेशानी और कष्ट स्वाहा हो जाएं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, होलिका दहन की अग्नि बहुत ही पवित्र मानी जाती है। ऐसे में होलिका की अग्नि में कुछ भी नहीं डालना चाहिए वरना आपके जीवन पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। तो आइए जानते हैं कि होली की आग में क्या डालना चाहिए और क्या नहीं।

होलिका की अग्नि में भूलकर भी न डालें ये चीजें

  1. होलिका की अग्नि पवित्र होती है तो उसमें गंदे कपड़े, टायर आदि जैसी चीजें नहीं डालनी चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से मंगल ग्रह का दुष्प्रभाव आपके जीवन पर पड़ सकता है।
  2. होलिका की आग में पानी वाला नारियल नहीं डाला जाता है। होलिका दहन में सूखा नारियल चढ़ाया जाता है। पानी वाला नारियल चढ़ाने से आपकी कुंडली में चंद्रमा की स्थिति खराब हो सकती है। चंद्रमा ठीक नहीं होने से व्यक्ति को अपने जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
  3. होलिका दहन की आग में टूटे फूटे लकड़ी के सामान जैसे पलंग, सोफा, अलमारी का सामान नहीं डालना चाहिए। वरना आपके जीवन और घर-परिवार पर शनि, राहु और केतु का अशुभ प्रभाव पड़ सकता है।
  4. होलिका की पूजा में लोग घर पर बनाए हुए पकवान भी अर्पित करते हैं। तो अगर आप गुजिया होलिका की आग में चढ़ा रहे हैं तो ध्यान रहें कि इसकी संख्या तीन न हो।
  5. होलिका की अग्नि में सूखी हुई गेहूं की बालियां और सूखे फूल भी नहीं डालना चाहिए। वरना शुभ फलों की प्राप्ति नहीं होती है।

होलिका की अग्नि में क्या डालना चाहिए?

  • होलिका दहन की आग में सूखा नारियल डालना चाहिए।
  • इसके अलावा अक्षत और ताजे फूल होलिका की अग्नि में चढ़ाएं।
  • होलिका को साबुत मूंग की दाल, हल्दी के टुकड़े, और गाय के सूखे गोबर से बनी माला अर्पित करें।
  • होलिका की अग्नि में चांदी या तांबे के कलश से जल और गुलाल भी जरूर चढ़ाएं।
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