कोरबा। जिले के कटघोरा वनमंडल में मानव-हाथी संघर्ष की एक और दर्दनाक घटना सामने आई है। चैतमा वनपरिक्षेत्र के बेरिउमराव गांव स्थित नीमपानी टोला में मंगलवार देर रात हाथी के हमले में 60 वर्षीय महिला की मौत हो गई, जबकि उसका पति किसी तरह जान बचाने में सफल रहा।
मृतका की पहचान सुंदरी मझावार के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, सुंदरी अपने पति टिकेश राम मझावार के साथ रात में घर के आंगन में सो रही थी। इसी दौरान एक अकेला हाथी गांव में आ पहुंचा और चिंघाड़ने लगा। आवाज सुनकर पति खाट के नीचे छिप गया, लेकिन सुंदरी घबराकर भागने लगीं। हाथी ने उन्हें दौड़ाकर कुचल दिया, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
घटना के बाद पति किसी तरह वहां से निकलकर ग्रामीणों को सूचना देने में सफल रहा। ग्रामीणों ने हाथी को भगाने का प्रयास किया। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम तत्काल मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला।
DFO ने किया गांव का दौरा, मुआवजा प्रक्रिया शुरू
वन विभाग ने शव का पंचनामा कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। कटघोरा के डीएफओ निशांत झा ने सुबह जनप्रतिनिधियों के साथ गांव का दौरा कर घटनाक्रम की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि मृतक के परिजनों को नियमानुसार मुआवजा दिए जाने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है।
परिवार को तत्काल सहायता
प्रशासन की ओर से मृतक के परिवार को तत्काल 25 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की गई है। साथ ही आसपास के क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी गई है, ताकि हाथी की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके।
वन विभाग ने ग्रामीणों से अपील की है कि रात के समय जंगल या खेत की ओर अकेले न जाएं और हाथी दिखाई देने की स्थिति में तुरंत वन विभाग को सूचना दें, ताकि किसी और अनहोनी को रोका जा सके।



