Saturday, February 15, 2025

‘अच्छा होगा अब कभी न लौटे सीमा..’, पाकिस्तान में परिवार और पड़ोसियों ने किया बहिष्कार, कहा- अब वह मुस्लिम भी नहीं रही

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कराची. एक हिंदू व्यक्ति के साथ रहने के लिए भारत में जा पहुंची चार बच्चों की एक पाकिस्तानी मां सीमा हैदर का उसके परिवार और पड़ोसियों ने बहिष्कार कर दिया है. रूढ़िवादी मुस्लिम देश में सामाजिक मानदंडों की अवहेलना करने की हिम्मत करने के लिए उसे बहिष्कृत किया गया है. सीमा और सचिन मीणा 2019 में पबजी खेलने के दौरान एक-दूसरे के संपर्क में आए और इसके बाद दो चिर-प्रतिद्वंद्वी देशों में 1,300 किलोमीटर से अधिक की दूरी पर रह रहे इन दोनों के बीच एक नाटकीय प्रेम कहानी शुरू हुई.

उत्तर प्रदेश पुलिस के अनुसार, सीमा (30) और सचिन (22) दिल्ली के पास ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा इलाके में रहते हैं, जहां वह एक प्रोविजन स्टोर चलाते हैं. सीमा को चार जुलाई को अपने चार बच्चों के साथ नेपाल के रास्ते बिना वीजा के अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, जबकि सचिन को अवैध प्रवासियों को शरण देने के लिए जेल भेजा गया था. हालांकि वे हाल ही में जेल से रिहा हुए हैं, लेकिन सीमा पार से खबरें इतनी सकारात्मक नहीं हैं.

मकान मालिक के बेटे ने कहा, सीमा बच्चों को भेज दे पाकिस्तान
सीमा भारत आने से पहले अपने बच्चों के साथ पिछले तीन साल से पाकिस्तान में किराये के एक मकान में रह रही थी. उसके मकान मालिक के 16 वर्षीय बेटे ने कहा, ‘उसे अपने बच्चों को वापस पाकिस्तान भेजना चाहिए. वह वहां रह सकती है. अब वह मुस्लिम भी नहीं रही.’ चार बच्चों की मां और नौकरी करने विदेश गये व्यक्ति की पत्नी के पाकिस्तान के इस रूढ़िवादी समाज में सब कुछ छोड़कर पड़ोसी देश (भारत) में अवैध रूप से जाने की हिमाकत उसके आस-पड़ोस में सभी लोगों के लिए चर्चा का विषय बन गई है.

गुलिस्तां-ए-जौहर में है सीमा का घर
उसका घर गुलिस्तां-ए-जौहर में कच्ची आबादी के भिट्टैयाबाद में है जो एक संकरी गली में स्थित है और तीन कमरों के मकान में कोई रंग-रोगन नहीं है. यहां सीवेज की बदबू हवा में जहर घोलती है, क्योंकि भीड़ भरी गैर-निर्मित गली और टूटी हुई सड़क के दोनों ओर लोगों और दुकानों से भरी मक्खियों और सामान्य अस्वच्छ वातावरण के साथ भीड़ होती है. जैसे ही कोई सीमा के घर पहुंचता है, तो मिथक टूट जाता है कि सऊदी अरब में काम करने वाले उसके पति गुलाम हैदर ने उसे 12 लाख रुपये में घर दिलाया था.

पड़ोसी बोले- सीमा को टीवी पर देख दंग रह गए
मकान मालिक के बेटे नूर ने बताया, ‘वह अपने बच्चों के साथ तीन साल तक हमारे साथ किरायेदार थी. वह अपने बच्चों के साथ अकेली रहती थी. उसके ससुर यहां से कुछ दूरी पर रहते हैं.’ सीमा और गुलाम हैदर 10 साल पहले कराची आ गए थे और अपने माता-पिता की मर्जी के खिलाफ निकाह कर लिया था. सीमा के पड़ोसी जमाल जखरानी ने कहा, ‘‘हमने उसे टैक्सी बुलाते और एक दिन अपने बच्चों तथा कुछ बैग के साथ जाते हुए देखा था. हमें लगा कि वह जकोबाबाद में अपने गांव जा रही है, लेकिन करीब एक महीने बाद जब हमने उसकी हरकत के बारे में टीवी चैनल पर खबर देखी तो हम दंग रह गए.’’

पड़ोसी बोले- सीमा को माफ नहीं करेंगे बिरादरी के लोग
इस संकरी गली में महिलाओं से बात करने की कोशिशें नाकाम हो गई क्योंकि इस इलाके में ज्यादातर ग्रामीण इलाकों के पश्तून, सिंधी और सराइकी लोग रहते हैं और महिलाओं को अजनबियों से बात करने की अनुमति नहीं दी जाती. जमाल भी उसी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं जिससे सीमा और हैदर का संबंध है और उनका मानना है कि अब अच्छा होगा कि सीमा भारत में ही रहे. जमाल ने कहा, ‘‘अगर वह कभी वापस आने का सोचती भी है तो बिरादरी के लोग उसे माफ नहीं करेंगे और दूसरी बात यह कि एक हिंदू के साथ रहने के उसके फैसले से सभी खफा हैं.’’ हिंदू लड़कियों को इस्लाम धर्म कबूल कराने के लिए अपने मदरसे का इस्तेमाल करने वाले प्रभावशाली मौलाना मियां मिट्ठू ने सीमा के लौटने पर उसे सजा देने की खुलेआम धमकी दी है.

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