कोलकता: आपने अक्सर अमीर लोगों को छुट्टियां बिताने के लिए थाईलैंड की यात्रा करते देखा होगा। थाईलैंड जाने के लिए काफी रकम खर्च करनी पड़ती है। इसकी वजह है हवाई यात्रा। भारतीयों को थाईलैंड जानें के लिए कोलकता से फ्लाइट लेनी होती है। हालाँकि अब थाईलैंड के लिए कई दूसरे शहरो से भी डायरेक्ट और कनेक्टिंग फ्लाइट उपलब्ध है लेकिन कोलकता सबसे सुलभ हवाई मार्ग में शामिल है। जाहिर है हवाई यात्रा के लिए मोटी रकम की जरूरत होती है। लेकिन अगर आपने भी थाईलैंड की यात्रा करने का सोचा है तो यह सपना पूरा हो सकता है। उसके लिए आपको हवाई नहीं बल्कि एक लम्बी सड़क यात्रा करनी पड़ेगी। जी हां अब आप भारत से थाईलैंड सड़क मार्ग से पहुँच सकते है।
दरअसल आने वाले कुछ वर्षों में भारत से थाइलैंड जाने के लिए आपको फ्लाइट पकड़ने की आवश्कता नहीं होगी। आप भारत से थाइलैंड कार से भी जा सकेंगे। यह संभव होगा भारत, म्यांमार और थाइलैंड द्वारा मिलकर बनाए जा रहे कोलकाता-बैंकॉक हाइवे से। 1360 किलोमीटर लंबा भारत-म्यांमार-थाईलैंड राजमार्ग का निर्माण 2027 में पूरा होने की उम्मीद है। भारत और थाइलैंड में इस हाइवे का काम लगभग पूरा हो चुका है। म्यांमार में इसका काम बाकी है।
हाल ही में कोलकाता में बिम्सटेक देशों के सम्मेलन में म्यांमार और थाईलैंड के मंत्रियों ने दावा किया था कि इस त्रिपक्षीय सड़क परियोजना का काम 2027 तक पूरा कर लिया जाएगा। यह अंतरराष्ट्रीय रोड परियोजना भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के दिमाग की उपज है। साल 2002 में वाजपेयी ने थाइलैंड और म्यांमार को इस परियोजना का प्रस्ताव दिया था। वाजपेयी ने भारत और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संघ (आसियान) के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के लिए इस परियोजना का प्रस्ताव रखा था जो अब लगभग पूरा होने के कगार पर है।