अजीत और शरद पवार की सीक्रेट मीटिंग पर कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने दावा किया था कि BJP से शरद पवार को कैबिनेट मंत्री पद का ऑफर मिला है। उन्होंने कहा कि यही ऑफर देने के लिए अजित और शरद के बीच बैठकें हो रही हैं।
दरअसल, स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि BJP ने शरद को केंद्र में कृषि मंत्री बनाने और नीति आयोग के अध्यक्ष पद के साथ बेटी सुप्रिया सुले को मंत्री पद का ऑफर दिया है। इस बीच शरद पवार ने कहा- मंत्रीपद की पेशकश की बातों में सच्चाई नहीं है। अजित पवार से राजनीतिक चर्चा नहीं हुई है।।
भाजपा राज्य सरकारों को अस्थिर करने का काम कर रही है। मैं बीजेपी और उनके साथियों से लड़ने की रणनीति बना रहा हूं। I.N.D.I.A. की अगली बैठक मुंबई में होगी। इस बैठक की सफलता के लिए तैयारी कर रहे हैं।
मैंने बागी गुट से कहा था कि मेरी फोटो यूज न करें। उन्होंने मेरी बात नहीं मानी। अब हम इसके खिलाफ कोर्ट जाएंगे।
मैं 8-10 दिन से राज्य का दौरा कर रहा हूं। लोगों ने मेरे रुख की तारीफ की है। सतारा-सोलापुर-बारामती-पुणे का दौरा किया। बीजेपी और उनके साथी समय के विपरीत काम कर रहे हैं। भाजपा लोगों को धर्म-संप्रदाय के आधार पर बांट रही है। उनका विभाजन दिवस मनाने का फैसला गलत था।
मणिपुर बेहद संवेदनशील राज्य है। वहां अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है। पीएम को मणिपुर पर और अधिक बोलना चाहिए था।
वहीं इन दावों को लेकर सुप्रिया सुले ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि शरद और अजीत के बीच वास्तव में क्या बातचीत हुई।’ सुले ने यह भी कहा कि लोकतंत्र में अक्सर मतभेद होते रहते हैं, यह होना ही चाहिए। उन्होंने कहा कि पारिवारिक रिश्ते अलग होते हैं और राजनीतिक विचार अलग होते हैं।

सुप्रिया ने कहा- मुझे कोई ऑफर नहीं मिला
सुप्रिया ने बुधवार को मीडिया से कहा, ‘मुझे किसी प्रकार का ऑफर नहीं दिया गया है। महंगाई बहुत ज्यादा बढ़ गई है। मुझे केवल 15 अगस्त पर मिलने वाले ऑफर्स के बारे में पता है। MVA में फूट के सवाल पर कहा कि इस पर ना तो मैंने कोई जवाब दिया और ना पवार साहब ने। जो इस प्रकार का बयान दे रहे हैं, उन्हें इस पर जवाब देना चाहिए।’
शरद और अजित की मीटिंग के बाद चल रही अटकलों पर कहा, ‘मेरे लिए यह डेमोक्रेसी की बात है। जिसको जो बोलना है वह बोल सकता है। संजय राउत का स्टेटमेंट आपने सुना, बाकी लोगों के स्टेटमेंट आप सुन रहे हैं, लेकिन मैं यह जरूर कहना चाहूंगी कि जब मैं दिल्ली में रहती हूं तो कांग्रेस की लीडरशिप से लगातार मेरी बात होती है। मैं मेंबर ऑफ पार्लियामेंट हूं। इसलिए मेरा ज्यादा समय दिल्ली की लीडरशिप के साथ बीतता है।’